बिहार के शिकारपुर थाने के राजपुर गांव में अपहृत नाबालिग को अपहर्ताओं के चंगुल से गुरुवार रात छुड़ाने गई पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। पुलिस की पिटाई से आरोपित की मौत की अफवाह परिजनों ने फैला दी थी।
अफवाह पर गुस्साई भीड़ पुलिस टीम टूट पड़ी। लोगों की भीड़ को देखकर पुलिस अधिकारी व जवानों ने किसी तरह एक झोपड़ी में छिपकर जान बचायी। हमलावरों ने पुलिस वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। हालांकि सूचना पर पहुंचे अन्य अधिकारियों व पुलिस को देखकर हमलावर फरार हो गये। थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार गुप्ता ने बताया कि मामले में कठोर कार्रवाई की जाएगी। 10 लोगों पर पुलिस पर हमले में एफआईआर दर्ज की गई है।
जानकारी के अनुसार 30 दिसंबर को एक नाबालिग का बहला फुसलाकर अपहरण कर लिया गया था। मामले में लड़की के चाचा ने राजपुर गांव के संजय राम, राजेश राम, बृजेश राम, रमेश राम समेत अन्य के विरुद्ध शिकारपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई। बाद में परिजनों को पता चला कि नाबालिग बच्ची आरोपितों के घर में ही है। शिकारपुर पुलिस को लेकर परिजन आरोपितों के घर गए। जहां आरोपित की पुलिस पिटाई में मौत की अफवाह फैल गई। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया।