अनिता चौधरी
राजनीतिक संपादक
सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में हर दिन एक नया मोड़ आ रहा है । सुशांत की मौत के तकरीबन डेढ़ महीने बाद उनके पिता के.के सिंह ने अभिनेत्री और सुशांत सिंह राजपूत की कथित गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर तो दर्ज करा दी है।
इस मामले में जहां एक तरफ सुशांत के चाचा और बीजेपी सांसद महाराष्ट्र सरकार पर मामले को दबाने और सीबीआई जांच के आदेश नहीं देने का आरोप लगा रहे हैं वहीं इस मामले पर सुशांत सिंह राजपूत के पिता के वकील और पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल विकास सिंह ने मुंबई पुलिस पर एफआईआर न करने और परिवार पर प्रोडक्शन हाउस का नाम नहीं लेने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है। मुम्बई पुलिस की जांच पर सवाल खड़े करते हुए सिनियर एडवोकेट विकास सिंह ने मांग की है कि इसकी पूरी जांच पटना पुलिस ही करे।
पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल विकास सिंह ने कहा कि अब एफआईआर दर्ज हो गई है, क्योंकि परिवार सदमे में था और मुंबई पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं कर रही थी और उन्हें बड़े प्रोडक्शन हाउस के नाम लेने और उन्हें इस मामले में शामिल करने के लिए मजबूर कर रही थी। इसलिए यह केस एक अलग दिशा में जा रहा था।
उन्होंने आगे कहा कि एफआईआर दर्ज हो गयी है। हम चाहते हैं कि इस मामले की जांच पटना पुलिस करे। परिवार ने अभी तक CBI जांच की मांग नहीं की है।
वहीं, पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी का भी बयान आ गया है उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज हो गई है और प्राथमिक जांच भी शुरू हो गई है। अभी यह कहना उचित नहीं है कि किन-किन लोगों से पूछताछ होगी। सुशांत सिंह राजपूत के पिता के एफआईआर में जिन लोगों का नाम है, सबके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
इसके अलावा, बिहार सरकार में मंत्री संजय झा ने कहा कि बिहार पुलिस की एफआईआर से सुशांत सिंह राजपूत के लिए न्याय की उम्मीद जगी है। भारत और बिहार के लाखों फैन्स को यह उम्मीद है कि जांच पूरी निष्पक्षता से होगी और जो भी उनके आत्महत्या के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें सजा मिलेगी।
गौरतलब है कि सुशांत के पिता ने एफआईआर में रिया चक्रवर्ती पर आरोप लगाया है कि सुशांत के सारे बैंक अकाउंट्स और कार्ड्स, रिया और उनके परिजनों के कंट्रोल में थे। सुशांत ने कई बार बताया कि ये लोग उसे पागल खाने में डालना चाहते थे और वह कुछ नहीं कर पा रहे थे। सुशांत जब अपनी बहनों से मिलने गए तो रिया ने उनपर मुंबई वापस आने का दबाव डाला। इसके बाद सुशांत से परिवार की बातचीत भी कम होने लगी।