आतंकियों ने रविवार तड़के जम्मू एयरफोर्स बेस को निशाना बनाते हुए दो ब्लास्ट किए। आशंका जताई जा रही है कि दोनों ब्लास्ट में पेलोड गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। इस घटना के तुरंत बाद जम्मू शहर में ही एक बम बरामद हुआ। जिसके साथ लश्कर आतंकी को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एयरबेस ब्लास्ट और इस घटना में संबंध से इनकार किया है। फिर भी उनकी ओर से दोनों मामलों की जांच की जा रही है।
जम्मू और कश्मीर के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जम्मू के नरवाल इलाके में चार किलो IED बरामद हुआ। इसके साथ लश्कर के एक आतंकी को गिरफ्तार किया गया है। जिसकी पहचान नदीम उल हक निवासी बनिहाल के रूप में हुई है। उन्होंने आगे कहा कि इस गिरफ्तारी का एयरबेस ब्लास्ट से कोई लेना-देना नहीं है। ये पूरा अलग मामला है। ऐसे में उनकी टीम इसकी जांच कर रही है। साथ ही उसके अन्य साथियों को पता लगाया जा रहा है।
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक जम्मू वायुसेना स्टेशन पर दो विस्फोट हुए। जिसमें दो लोग घायल हैं। इसके अलावा एक इमारत को मामूली नुकसान पहुंचा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकियों ने पेलोड को पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया, जो एक चिंताजनक मामला है। साथ ही ऐसा देश में पहली बार हुआ। हालांकि घटना के तुरंत बाद NSG और NIA की टीम मौके पर पहुंच गई थी।
केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर के हालात सुधारना चाहती है। जिस वजह से 24 जून को पीएम मोदी ने खुद घाटी के नेताओं के साथ बैठक की। साथ ही वहां पर रोजगार, चुनाव, शांति समेत कई मुद्दों पर बात की। इस हमले से फिर साफ हो गया कि पाकिस्तान और आतंकी संगठनों को ये वार्ता पसंद नहीं आई। जिस वजह से वो फिर से केंद्र शासित प्रदेश में अस्थिरता लाना चाहते हैं।