उत्‍तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सरकारी लैबों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां की सरकारी लैबों के गलत डाटा फीडिंग की वजह से 8 से ज्‍यादा कोरोना पॉजिटिव मरीज लापता हो गए हैं. अकेले राजधानी में 8876 कोरोना पॉजिटिव लापता हैं. इसमें सबसे ज्‍यादा गड़बड़ी लोहिया संस्थान, केजीएमयू और पीजीआई के लैब में सामने आई है.

बताया जा रहा है क‍ि इन सरकारी लैबों ने ऐसे लोगों के मोबाइल नंबर फीड कर द‍िए हैं जिन्होंने जांच भी नहीं करवाई. ब‍िना कोरोना जांच वाले लोगों के मोबाइल नंबर भी डेटा में चढ़ा दिए. इतना ही नहीं 1-1 मोबाइल नंबर पर 50-50 की संख्या में जांच का डेटा फीड किया गया है. इसकी वजह से असली कोरोना पॉजिटिव ढूंढकर भी नहीं म‍िल रहे हैं. अकेले लोहिया संस्थान में 4049 लोगों के डेटा गलत फीड किया गया है.

बताया जा रहा है क‍ि लखनऊ के केजीएमयू में 3749 और पीजीआई में 1078 लोगों के गलत डेटा फीड क‍िए गए हैं. इतनाही नहीं हर मरीज़ की गलत आईडी बना दी गई है. अब गलत नंबर फीड होने के मामले की जांच होगी और कई जगहों पर तीमारदारों के ज़रिए ही गलत नंबर फीड कराने की शिकायत भी सामने आई है. इस पूरे मामले में डेटा ऑपरेटर के भूमिका की भी होगी.

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