नई दिल्ली। एक ओर ममता बनर्जी नागरिकता कानून और एनआरसी का जहाँ मुखर विरोध करती रही हैं, वहीं नागरिकता कानून के समर्थन में बंगाल के बुद्धिजीवियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। यह चिट्ठी फिल्म कलाकार, प्रोफेसर, फिल्म निर्माताओं ने लिखी है।

चिट्ठी लिखने वालों में अंजना बासू, सौरभ चक्रवर्ती, रणदीप सरकार, राज भौमिक जैसी हस्तियां हैं। चिट्ठी में लिखा गया है कि हम पश्चिम बंगाल के लोग नागरिकता संशोधन कानून लागू करने के लिए आपका आभार जताते हैं। विभाजन के वक्त से ही बंगाली समुदाय पीड़ा से गुजर रहा था। दशकों से चली आ रही पीड़ा को खत्म करने के लिए आपका आभार।

इस चिट्ठी को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। गौरतलब है, ममता ने कहा था कि वह पहरेदार हैं और अगर कोई लोगों के अधिकार छीनने आएगा, तो उसे इसके लिए उनकी लाश से गुजरना होगा। 

संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिकता पंजी के खिलाफ प्रदर्शन को जब तक जरूरी हो तब तक जारी रखने की बात कहते हुए बनर्जी ने कहा कि वह राज्य के लोगों की रक्षा के लिए सब कुछ करेंगी। 

ममता ने सुंदरबन के जंगलों के पश्चिमी किनारे पर एक जन सभा में कहा, ‘‘हम किसी की दया पर नहीं जीते। मैं किसी को हमारे अधिकार को छीनने नहीं दूंगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपकी पहरेदार हूं, अगर कोई आपके अधिकार छीनने आएगा, तो उसे मेरी लाश से गुजरना होगा।’’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here