कलकत्ता हाईकोर्ट सोमवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव परिणाम को लेकर बीजेपी के दो नेताओं की याचिका पर सुनवाई करेगा. ये बीजेपी के वो दो नेता हैं, जिन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है. बीजेपी के इन दो नेताओं ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में विधानसभा चुनावों के परिणामों की समीक्षा की मांग की है. बीजेपी के लगभग आठ नेताओं ने वोटों की दोबारा गिनती के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट का रुख किया है.
167 मानिकटोला विधानसभा क्षेत्र से हालिया विधानसभा चुनाव हारने वाले कल्याण चौबे ने एएनआई को बताया, “मैंने कलकत्ता हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है, जिसमें वोटों की दोबारा गिनती करने का अनुरोध किया है. 167 मानिकटोला मेरा विधानसभा क्षेत्र है. यहां हिंसा हुई थी. चुनाव के दौरान मुझ पर दो बार मतदान के दिन हमला हुआ था. सब कुछ रिकॉर्ड में है. मतगणना के दिन, टीएमसी के कई अनधिकृत मतदान एजेंट मतगणना बूथों पर बड़ी संख्या में मौजूद थे. मैंने राज्य चुनाव आयोग और रिटर्निंग ऑफिसर दोनों को लिखित शिकायत प्रस्तुत की थी. इन शिकायतों के आधार पर, मैंने कलकत्ता हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर दोबारा मतगणना पर विचार करने का आग्रह किया है.”
हालिया विधानसभा चुनाव में जलपाईगुड़ी निर्वाचन क्षेत्र के टीएमसी उम्मीदवार से हारने वाले भाजपा उम्मीदवार सौजीत सिंघा ने भी परिणामों की समीक्षा की मांग की है. सिंघा ने विश्वास जताया कि यदि दोबारा मतगणना की जाती है तो परिणाम पूरी तरह से अलग होंगे. एएनआई से बात करते हुए सिंघा ने कहा, “मैं बस इतना चाहता हूं कि फिर से गिनती होनी चाहिए. मुझे 100 फीसदी यकीन है कि अगर गिनती की जाएगी तो परिणाम पूरी तरह से अलग होंगे.”
उन्होंने कहा, ‘मैं सिर्फ 941 वोटों से जीता था. परिणाम घोषित होने के बाद सभी एक ही बात पूछते रहे कि यह कैसे हुआ, कई लोगों को परिणाम पर संदेह था. मतदान के दिन कई लोगों ने एक वाहन का घेराव किया, जिसमें से तीन ईवीएम बरामद हुए. इससे संदेह पैदा होता है. मतगणना के दौरान, जब मतगणना बूथ पर 50 भाजपा कार्यकर्ताओं की अनुमति थी, लेकिन 100 से अधिक टीएमसी कार्यकर्ताओं को अनुमति दी गई.”