प्रधानमंत्री के हाथों राजातालाब से हंडिया सिक्सलेन के लोकार्पण के साथ ही वाराणसी में अब विकास के नए विकल्प खुल गए। 2447 करोड़ रुपये से 74.64 किमी लम्बे सिक्सलेन खुलने के बाद मेरठ से प्रयागराज तक प्रस्तावित गंगा एक्सप्रेस-वे का वाराणसी से सीधा सम्पर्क होगा। इससे लखनऊ, कानपुर, मेरठ व नई दिल्ली का सफर और आसान हो गया है।
मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने बताया बनारस व आसपास के जिलों में हाईवे का तेजी से विस्तार होता जा रहा है। यहां आने वाले और यहां से गुजरने वाले सभी मार्गों का चौड़ीकरण हो रहा है। इसमें राजातालाब-हल्दिया मील का पत्थर साबित होगा। इससे जहां प्रयागराज तक हाइवे पर लगने वाले जाम से निजात मिलेगी। वहीं, जिन स्थानों से यह सिक्सलेन गुजरी है, वहां के आसपास के किसानों की आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी। कृषि, व्यापार व रोजगार के अवसर खुलेंगे। सिक्सलेन से नई दिल्ली की यात्रा की रफ्तार बढ़ जाएगी। इसका सबसे ज्यादा लाभ जल परिवहन को मिलेगा। भविष्य में इस सिक्सलेन को रेल फ्रेट कॉरिडोर से जोड़ने की भी उम्मीद है।
बनारस में एक और राजमार्ग जुड़ेगा हाईवे-19
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण विभाग के लीगल लाइजनिंग सीनियर ऑफिसर रमाशंकर शर्मा ने बताया कि सिक्सलेन का काम 5 दिसंबर 2017 से शुरू हुआ था। नेशनल हाईवे-2 का सिक्सलेन अब नेशनल हाईवे -19 के नाम से जाना जाएगा। हाईवे पर एनएच-19 के नए संकेत बोर्ड भी लगा दिए गए हैं। बताया कि 3 फ्लाईओवर, 10 व्हिकल अंडरपास, 12 पैदल अंडरपास 36 बस स्टैंड, 2 फुट ओवरब्रिज, 4 ट्रक वे, एक टोल प्लाजा समेत अन्य कार्य हैं।