चित्रकूट जेल में मुख्तार अंसारी के करीबी समेत दो कैदियों की हत्या के बाद हड़कंप मचा हुआ है. जेल के भीतर हुए गैंगवार के बाद माफिया मुख्तार अंसारी का परिवार काफी डरा हुआ है. मुख्तार के बड़े भाई और गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि पहले गैंगवार गली, मोहल्लों और चौराहों पर होता था लेकिन अब जेलों में हो रहा है. इसके साथ ही उन्होंने यूपी सरकार की जेल व्यवस्था पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं चिंता बढ़ा देने वाली हैं.
अफजाल अंसारी ने कहा कि वह जेल के भीतर पहली बार गैंगवार के बारे में सुन रहे हैं. गलियों, चौराहों और खेतों में तो गैंगवार सुना है लेकिन जेल में पहली बार सुन रहे हैं. जेल व्यवस्था पर उन्होंने कहा कि यूपी की जेलों में चार चौबंद व्यवस्था का जिक्र होता है लेकिन फिर भी इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. जो बहुत ही चिंता की बात है.
गैंगवार के बाद डरा मुख्तार का परिवार
मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी से जब बांदा जेल में बंद मुख्तार की सुरक्षा पर परिवार की चिंता को लेकर सवाल किया गया तो इस पर उन्होंने कहा कि परिवार के साथ ही मुख्तार भी इस बारे में चिंतित हैं. वह पेशी के दौरान हमेशा सुरक्षा की गुहार लगाते रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्तार हमेशा ही सुरक्षा को लेकर बोलते रहे हैं.
सांसद अफजाल अंसारी ने चित्रकूट जेल में हुई घटना पर कहा कि उन्हें इस बारे में कुछ ज्यादा पता नहीं है. वह यह पता लगाएंगे कि आखिर हुआ क्या है. इसके साथ ही उन्होंने सरकार के जेलों की चाक-चौबंद सुरक्षा के दावे पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं से सरकार के दावों की पोल खुल रही है.
चित्रकूट जेल में कत्लेआम से हड़कंप
बतादें कि उत्तर प्रदेश के चित्रकूट की जिला जेल में शुक्रवार सुबह एक कैदी ने 2 अन्य कैदियों को बंधक बनाकर गोलियों से भून दिया था. उन दोनों की कैदियों की मौके पर ही मौत हो गई थी. इसके बाद आरोपी कैदी का भी एनकाउंटर कर दिया गया. मतलब वहां कुल तीन कैदियों की मौत हो गई थी. डीजी जेल ने बाद में बताया था कि दो कैदियों की हत्या को अंजाम देने वाले कैदी का नाम अंशू दीक्षित है. अंशू कुछ दिन पहले ही प्रशासनिक आधार पर सुल्तानपुर जिला जेल से चित्रकूट जेल में शिफ्ट किया गया था.
बदमाश अंशू दीक्षित ने जिन दो कैदियों की गोली मार कर हत्या की उनका नाम मुकीम काला और मेराज अली है. बताया जा रहा है कि मेराज अली मुख्तार अंसारी का करीबी है. जिन दो कैदियों की हत्या की गयी है उन्हें हाल ही में अलग अलग जेलों से शिफ्ट करके चित्रकूट जेल में लाकर बंद किया गया था. मारा गया कैदी मेराज अली वाराणसी जेल से और मुकीम काला यूपी की ही सहारपुर जेल से शिफ्ट करके लाया गया था. वहीं कैदी मेराज अली उर्फ मेराजुद्दीन 20 मार्च 2021 को ही वाराणसी जेल से चित्रकूट जेल में शिफ्ट किया गया था. जबकि दूसरा मारा गया कैदी मुकीम काला 7 मई 2021 को सहारपुर जेल से यहां लाया गया था.