नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल पूरा हो रहा है, जिसके मद्देनजर आज राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य सभी दलों के नेताओं ने उनके बारे में बयान दिए। सभी नेताओं ने गुलाम नबी के स्वभाव की तारीफ की। पीएम मोदी ने भी उन्हें जमकर सराहा। लेकिन एनडीए के सहयोगी और मोदी सरकार में मंत्री रामदास आठवले ने तो अपने चिर-परिचित अंदाज में एक कविता के माध्यम से उन्हें राजनीतिक निमंत्रण भी दे दिया।

रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के प्रमुख और राज्यसभा सांसद रामदास आठवले ने गुलाम नबी को लेकर एक कविता पढ़ी’

राज्यसभा छोड़कर जा रहे गुलाम नबी हम मिलते रहेंगे आपको कभी-कभी आपका नाम है गुलाम, इसलिए मैं करता हूं आपको सलाम आपका नाम है गुलाम, आप हमेशा रहे आजाद आप हम सभी को रहे याद 15 अगस्त को भारत हुआ आजाद लेकिन राज्यसभा से आज आप हो रहे आजाद आप हमेशा रहो आजाद हम रहेंगे आपके साथ ये अंदर की है बात मोदी जी जम्मू-कश्मीर का मजबूत करेंगे हाथ और आपको देते रहेंगे साथ

इन पंक्तियों के जरिए रामदास आठवले ने एक तरह से गुलाम नबी आजाद को पाला बदलने का न्योता दे दिया। दरअसल, खबरें ये आ रही हैं कि राज्यसभा में कांग्रेस के खाते से गुलाम नबी आजाद की वापसी सुनिश्चित नहीं है। हाल ही में गुलाम नबी ने पार्टी में बदलाव का मुद्दा भी उठाया था जिस पर काफी घमासान हुआ था। पीएम मोदी से गुलाम नबी की नजदीकियों को लेकर भी चर्चा होती रहती है। पीएम मोदी ने आज भी सदन में खुद बताया कि उनके गुलाम नबी आजाद से हमेशा अच्छे रिश्ते रहे हैं।  ऐसे में गुलाम नबी को लेकर सियासी अटकलें लगाई जाती रही हैं।

लेकिन आज जबकि सदन में उनकी विदाई को लेकर तमाम दलों के नेता उनकी खूबियां गिना रहे थे तो रामदास आठवले ने साफ तौर पर निमंत्रण भी दे दिया।
आठवले ने कहा कि आपको दोबारा इस हाउस में आना चाहिए, अगर कांग्रेस नहीं लाती है तो हम लाने के लिए तैयार हैं, आने में कोई तकलीफ नहीं है, मैं भी उधर था, इधर आ गया।

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