बिहार की राजधानी पटना में मंगलवार (29 जून) को एसटीईटी अभ्यर्थियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी शिक्षामंत्री विजय चौधरी के आवास तक पहुंच गए, जिन्हें हटाने के लिए पुलिस ने लाठियां बरसा दीं। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के चक्कर में सिटी मैजिस्ट्रेट सड़क पर गिर गए। बता दें कि प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि उन्हें छठे चरण के नियोजन में शामिल किया जाए।
तेजस्वी ने नीतीश को बताया तानाशाह
तेजस्वी यादव ने उम्मीदवारों पर हुए लाठीचार्ज की घटना की निंदा की। साथ ही नीतीश कुमार पर निशाना साधा। तेजस्वी ने कहा कि यह लाठी वाली सरकार है जो छात्रों के खिलाफ तानाशाही रवैया अपना रही है। यह सरकार युवाओं का जीवन बर्बाद करने में जुटी है। तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को लोगों से कोई लेना देना नहीं है, सिर्फ वह अपना देख रहे हैं। यही कारण है कि युवा जब अपना अधिकार मांग रहे हैं तो उन पर डंडा चलाया जा रहा है और नीतीश कुमार भीष्म पितामह बनकर बैठे हुए हैं।
शिक्षा मंत्री ने विपक्ष पर बोला हमला
तेजस्वी यादव के बयान के तुरंत बाद बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने चुप्पी तोड़ी। शिक्षा मंत्री ने विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि बिहार में एसटीईटी अभ्यर्थियों को कुछ लोग गुमराह कर रहे हैं, जबकि यह पहले ही बताया गया है कि उनकी पात्रता हमेशा के लिए बरकरार रहेगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि एसटीईटी की परीक्षा जितने छात्रों ने पास की है वो शिक्षक बनने के लिए अधिकृत हैं। उन्होंने कहा कि जो मेरिट लिस्ट निकाला गया है वह पात्रता का मेरिट लिस्ट था ना की नियुक्ति की। शिक्षा मंत्री ने अभ्यर्थियों से अपील की कि वह किसी भी तरह के बहकावे में नहीं आएं। उन्होंने कहा कि नियोजन इकाई के माध्यम से मेधा सूची तैयार की जाएगी जिसके बाद शिक्षकों की नियुक्ति होगी।