समाजवादी पार्टी में फूट पड़ती दिखाई दे रही है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी में बगावत के सुर तेज होते जा रहे हैं। सपा के कुछ नेता अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से नाराज चल रहे हैं। सीतापुर जेल में बंद सपा नेता आजम खां के समर्थन में सपा के एक बड़े नेता ने इस्तीफा दे दिया है। एक पत्र लिखकर उन्होंने अखिलेश यादव गंभीर आरोप भी लगाए हैं। 

सुल्तानपुर विधानसभा सीट से सचिव सलमान जावेद राइन ने अखिलेश यादव मुसलमानों के लिए न बोलने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सपा नेताओं पर हो रही कार्रवाई पर भी अखिलेश यादव ने मौन साध रखा है, उनकी चुप्पी की वजह से ही वह इस्तीफा दे रहे हैं। 

सलमान जावेद के पत्र के अनुसार, आजम खां को परिवार सहित जेल में डाल दिया। नाहिद हसन को जेल भेज दिया गया। विधायक शलजिल इस्लाम का पेट्रोल पंप गिरा दिया और एनओसी रद्द कर दी गई। इतना होने के बाद भी अखिलेश यादव चुप हैं, उन्होंने आगे लिखा कि जो कायर नेता अपने विधायकों के लिए आवाज नहीं उठा सकता वो आम आदमी के लिए क्या आवाज उठाएगा?

हाल ही में सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां ने बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि क्या यह मान लिया जाए कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सही कहते हैं कि अखिलेश जी आप नहीं चाहते कि आजम खां जेल से बाहर आएं? हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष को हमारे कपड़ों से बदबू आती है।

दरअसल, आजम खां के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां रविवार को रामपुर में एक बैठक को संबोधित कर रहे थे। इसमें उन्होंने आजम खां का जिक्र किया। कहा कि जेल में बंद आजम खां के जेल से बाहर न आने की वजह से हम लोग सियासी रूप से यतीम हो गए हैं। हम कहां जाएंगे, किससे कहेंगे और किसको अपना गम बताएं?

हमारे साथ तो वो समाजवादी पार्टी भी नहीं है, जिसके लिए हमने अपने खून का एक-एक कतरा बहा दिया। हमारे नेता मोहम्मद आजम खां ने अपनी जिंदगी सपा को दे दी, लेकिन सपा ने आजम खां के लिए कुछ नहीं किया। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष को हमारे कपड़ों से बदबू आती है। मुसलमानों की तरफ इशारा करते हुए फसाहत ने कहा कि क्या सारा ठेका अब्दुल ने ले लिया है? वोट भी अब्दुल देगा और जेल भी अब्दुल जाएगा? अब्दुल बर्बाद हो जाएगा। 

घर की कुर्की हो जाएगी। वसूली हो जाएगी और राष्ट्रीय अध्यक्ष के मुंह से एक शब्द नहीं निकलेगा। हमने आपको और आपके वालिद को मुख्यमंत्री बनाया। हमारे वोटों की वजह से आपकी 111 सीटें आई हैं। आपकी तो जाति ने भी आपको वोट नहीं दिया। लेकिन, फिर भी मुख्यमंत्री आप बनेंगे और नेता विपक्ष भी आप बनेंगे। कोई दूसरा नेता विपक्ष भी नहीं बन सकता। आपने भाजपा से हमारी दुश्मनी करा दी और सजा भी हमें मिल रही है, लेकिन मजे आपको मिल रहे हैं। 

आपके मुंह से विधानसभा और लोकसभा में एक भी शब्द नहीं निकला। आप एक बार ही आजम खां से जेल में मिलने के लिए पहुंचे हैं, दूसरी बार मिलने तक की जहमत नहीं उठाई। क्या यह मान लिया जाए कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जो कहा है कि अखिलेश जी आप नहीं चाहते कि आजम खां जेल से बाहर आएं। 

इसके पहले संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद डाॅ.शफीकुर्रहमान बर्क बर्क और रालोद के प्रदेश अध्यक्ष रहे डॉ. मसूद अहमद भी सपा के खिलाफ बगावती बयान दे चुके हैं। डॉ. शफीकर्रहमान से मीडिया ने पूछा भाजपा सरकार मुसलमानों के हित में काम कर रही है या नहीं? इस पर उन्होंने जवाब दिया। कहा, ‘भाजपा के कार्यों से वह संतुष्ट नहीं हैं। भाजपा सरकार मुसलमानों के हित में काम नहीं कर रही है। 

शफीकर्रहमान यहीं नहीं रूके। आगे उन्होंने कहा, ‘भाजपा को छोड़िए समाजवादी पार्टी ही मुसलमानों के हितों में काम नहीं कर रही।’ इसके बाद वह अपनी गाड़ी में सवार होकर चले गए। रालोद प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद ने तो सपा मुखिया को तानाशाह तक कह दिया था। डॉ. मसूद ने सपा पर टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।