कोरोना काल में शादियों को लेकर बहुत सी खबरें आई। कहीं पूरी की पूरी बारात को ही कोरोना हो गया, कहीं किसी ने प्लेन बुक करके उसमें शादी कर ली। ऐसी अजीबोगरीब खबरें आई कि कहीं दूल्हा दुल्हन को लेने के लिए अकेला ही साइकिल से चला गया। खैर अब एक और राहत की खबर आ रही है। एक कपल ने शादी का खर्च कम करके पैसे बचाए, फिर वो रकम उन्होंने कोरोना रिलीफ फंड्स में डोनेट कर दी।
गौरतलब है कि, देश में कोरोना की दूसरी लहर ने पिछले महीने तक देश में हालात खराब कर दिए थे, जिसके चलते कई राज्यों में लॉकडाउन लगाया गया था। लॉकडाउन के चलते कई परिवारों ने शादियों को टाल दिया तो कई ने छोटे स्तर पर शादी के कार्यक्रम किए। कई ऐसे लोग भी थे जिन्होंने कोविड के टाइम में शादी से बचाए हुए पैसों को लोगों की मदद में खर्च किया। ऐसा ही एक कपल तमिलनाडु का है, जिन्होंने लॉकडाउन के दौरान शादी में बड़ी बचत करने कुछ ऐसा किया जो कई परिवारों के चेहरों पर मुस्कान लाने वाला है। इस कपल ने अपनी शादी से बचाए गए 37 लाख रुपए कोविड राहत फंड के लिए इस्तेमाल करने का ऑप्शन चुना।
अनु और अरुल प्रणेश ने शुरुआत में अपनी शादी के लिए 50 लाख रुपए का बजट तय किया था। हालांकि 14 जून को हुई शादी में उन्होंने महज 13 लाख रुपए खर्च कर 37 लाख रुपए की बचत की। इसके बाद दंपति ने महामारी से लड़ने में मदद करने के लिए राज्य के कई सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों को बजट में बचा हुआ पैसा दान कर दिया।
परिवार शादी टालना नहीं चाहता था
प्लास्टिक प्रोडक्ट का बिजनेस करने वाले अरुण प्राणेश ने बताया कि पश्चिमी तमिलनाडु में कोविड के मामले बढ़ने के साथ ही कई लोग यहां आ नहीं पा रहे थे। यहां तक कि शादी के हॉल के मालिक ने भी हमारे किराये का अमाउंट वापस कर दिया। इसके बावजूद परिवार शादी को टालने के पक्ष में नहीं था। हमने स्थानीय प्रशासन से इजाजत लेने के बाद वट्टमलाई अंगलम्मन मंदिर में शादी कर ली। तिरुपुर वेस्ट रोटरी क्लब के सदस्य होने के नाते परिवार ने संगठन द्वारा चलाए जा रहे कई धर्मार्थ कार्यों के लिए फंड दान किया।