देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में रविवार को हिमखंड के टूटने से अलकनंदा और इसकी सहायक नदियों में अचानक आई विकराल बाढ़ के कारण हिमालय की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी तबाही मची है। उत्तराखंड में आई तबाही के बाद कई उद्योगपति भी सामने आए हैं जो कि राहत व बचाव कार्य में मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।
हादसे को लेकर रविवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उत्तारखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उन्हें कई लोगों के फोन भी आ चुके हैं। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने फोन कर जानकारी ली है और हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। रावत ने कहा कि उद्योगपति अनंत अंबानी ने भी उन्हें फोन करके बताया कि वह मदद के लिए अपने फाउंडेशन के लोगों को भेज रहे हैं। जिस तरह के सहयोग की जरूरत है सब करने के लिए तैयार हैं।
रावत ने आगे बताया कि उनको बाबा रामदेव की संस्था पतंजलि से भी आचार्य बालकृष्ण का फोन आया जिसमें उन्होंने कहा कि जितने भी अनाथ बच्चे हैं हम उनको गोद लेने और शिक्षा दीक्षा के लिए तैयार हैं। बता दें कि इस हादसे में कम से कम 150 लोगों के मरने की आशंका है। हादसे के बाद बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है। हादसे में सात लोगों के शव भी बरामद हुए हैं जबकि 125 से अधिक लोग लापत बताए जा रहे हैं।