ऋचा बाजपेयी

नई दिल्‍ली। बुधवार को इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) के श्रीनगर, अवंतिपोरा, जम्‍मू, पठानकोट और हिंडन स्थित एयरबेस के लिए ऑरेंज लेवल का हाई अलर्ट जारी किया गया है। सरकार से जुड़े सूत्रों की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है। सीनियर ऑफिसर्स लगातार 24 घंटे खतरे से निबटने के लिए सुरक्षा व्‍यवस्‍था का जायजा ले रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों की ओर से यह अलर्ट जैश-ए-मोहम्‍मद के कुछ आतंकियों के नजर आने के बाद जारी किया गया है।

सभी एयरबेस रणनीतिक रूप से अहम

अवंतिपोरा एयरबेस, पुलवामा से बस पांच किलोमीटर की दूरी पर है। यह‍ एयरबेस अवंतिपोरा के मलंगपोरा में है। 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर जैश ने आतंकी हमला किया था जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। वहीं, श्रीनगर, जम्‍मू और पठानकोट एयरबेस भी, वायुसेना के लिए न सिर्फ सुरक्षा बल्कि रणनी‍तिक लिहाज से काफी अहम हैं। युद्ध की स्थिति में यहीं से फाइटर जेट्स को रवाना किया जाता है। पठानकोट एयरबेस साल 2016 में आतंकी हमले का निशाना बन चुका है। उत्‍तर प्रदेश के गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस से संकट के समय में वायुसेना और सेना के लिए रसद और बाकी जरूरी सामान को रवाना किया जाता है। हिंडन आईएएफ के हेलीकॉप्‍टर्स का बेस है और यहां पर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट को रखा जाता है। इस वर्ष मई में अवंतिपोरा एयरबेस पर आतंकी हमले का अलर्ट जारी किया गया था।

क्‍या होता ऑरेंज अलर्ट

अमेरिका की होमलैंड सिक्‍योरिटी की तरफ से आतंकी हमलों के मद्देजनर पांच तरह के अलर्ट को रखा गया है। इन पांच अलर्ट में ऑरेंज अलर्ट नंबर दो पर आता है। इसका मतलब होता है कि जिस जगह के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है कि वहां पर आतंकी हमले का खतरा बहुत ज्‍यादा है। आठ अक्‍टूबर को इंडियन एयरफोर्स वायुसेना दिवस मनाएगी और इस वजह से पहले ही सभी एयरबेसेज पर सुरक्षा के इंतजामों को बढ़ा दिया गया है।

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