हिमाचल प्रदेश में बादल फटने के बाद से ही लगातार कुदरत का कहर जारी है. कुल्लू जिले में देर रात हुई भारी बारिश के कारण तबाही देखने को मिली. जिसके बाद जिला प्रशासन ने येलो अलर्ट जारी किया है. प्रशासन ने 15 सितंबर तक सभी एडवेंचर स्पोर्ट्स जैसे राफ्टिंग, ट्रैकिंग को पूरी तरह बंद कर दिया है. सोमवार रात लगातार हुई बारिश के चलते बाढ़ जैसी स्थिति आ गई है. कुल्लू के न्यू पंचायत में देर रात बारिश के बाद जब सुबह लोगों ने हालात देखा तो पाया कि मलबे में कई मोटरसाइकिल, स्कूटी और कारें पूरी तरह से धंस गई हैं. कई रास्ते भी पूरी तरह बंद हो गए हैं.

कुल्लू के एडीसी शिवम प्रकाश ने बताया कि देर रात हुई भारी बारिश के चलते 8 ट्रांसफार्मर बंद हो गए हैं. कई गांवों में लाइटें नहीं हैं. बिजली विभाग लाइट की व्यवस्था सुधारने में लगा है.

जानकारी के मुताबिक भारी बारिश के साथ में भू-स्खलन भी देखने को मिला है. इसके कारण कई इलाकों पर आवाजाही बंद हो गई है. इन रास्तों पर गाड़ियां नहीं जा सकती है. इस वजह से ग्रामीणों को पैदल इधर से उधर जाना पड़ रहा है.

भले ही यह बारिश लोगों के लिए कहर बनकर आई हो. लेकिन फसलों के लिए यह पानी अमृत की तरह है. दरअसल पिछले एक महीने से किसान और फलों के बागवान बारिश की आस में थे. यह बारिश उनकी फसलों के लिए अच्छी है. वहीं बारिश के कारण गर्मी से भी लोगों को राहत मिली है.

कुल्लू के एडीसी शिवम प्रकाश ने लोगों से कहा है कि वह नदी-नालों के पास जाने से बचें. क्योंकि इस दौरान भू-स्खलन हो सकता है. उन्होंने कहा है कि जानमाल की सुरक्षा के लिए ऐसे इलाकों में न जाएं. वहीं नालों के करीब न जाने के लिए सख्ती से आदेश दिया गया है. आदेश के उल्लंघन पर जुर्माने का भी प्रावधान है. एक हजार से पांच हजार तक का जुर्माना लगाया जा सकता है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here