कोलकाता। अवैध कोयला खनन व तस्करी के मामले में जांच कर रही सीबीआइ को तृणमूल कांग्रेस के सांसद व बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की साली मेनका गंभीर के बैंकॉक के बाद लंदन में भी एक बैंक खाते की जानकारी मिली है। इसमें मनी लांड्रिंग के जरिये बड़ी रकम पहुंचाई गई है। उधर, अभिषेक की पत्नी रूजिरा नरूला बनर्जी ने रविवार को सीबीआइ का नोटिस मिलने के बाद सोमवार को केंद्रीय जांच एजेंसी को चिट्ठी लिखकर कहा कि 23 फरवरी को सुबह 11:00 से दोपहर 3:00 बजे तक अधिकारी उनके घर पर आकर पूछताछ कर सकते हैं। ऐसे में मंगलवार को सीबीआइ की टीम उनसे पूछताछ करेगी। इस टीम में महिला सदस्य भी शामिल रहेंगी। सीबीआइ सूत्रों का कहना है कि मेनका गंभीर के लंदन स्थित बैंक खाते में पूरा लेनदेन शेल (छद्म) कंपनियों के जरिये हुआ है। मेनका गंभीर को भी सीबीआइ ने नोटिस जारी किया था।
इसके साथ ही सीबीआइ अधिकारियों ने सोमवार दोपहर उनसे दक्षिण कोलकाता स्थित घर पर पूछताछ भी की। हालांकि, सीबीआइ की टीम जब उनके आवास पर पहुंची तो सुरक्षा गार्डो ने उन्हें प्रवेश करने में बाधा उत्पन्न की। बाद में समझाने पर वह मान गए। रूजिरा के खातों से प्रतिमाह भेजे जाते थे रुपये कोयला कांड में आíथक लेनदेन में कुछ अहम जानकारी सीबीआइ को मिली है, जिसमें रूजिरा का नाम भी सामने आया है। इसी बात की जानकारी के लिए सीबीआइ उनसे पूछताछ करना चाहती है। सूत्रों के मुताबिक रूजिरा के बैंक खातों से पैसा प्रति महीने मेनका के खाते में भेजा जाता था। बताया जाता है कि रूजिरा के विदेश में चार बैंक खाते हैं, जिसमें यह लेनदेने हुआ है। ऐसे में उनको सीआरपीसी की धारा 160 के तहत गवाह के रूप में बयन दर्ज करने के लिए नोटिस जारी किया गया है।
कोयला घोटाला
पिछले साल 27 नवंबर को सीबीआइ की कोलकाता स्थित एंटी करप्शन ब्रांच ने बंगाल के कुछ हिस्सों में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कोल इंडिया लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) के लीजहोल्ड एरिया से कोयले के अवैध खनन और उठाव के संबंध में भ्रष्टाचार और आपराधिक विश्वासघात का मामला दर्ज किया था। ईसीएल बंगाल और झारखंड में कोयला खनन करती है। दरअसल, बंगाल के आसनसोल से लेकर पुरुलिया और बांकुड़ा तक और झारखंड में धनबाद से लेकर रामगढ़ तक कोल पट्टी में कई ऐसी खदानें हैं, जहां खनन कार्य बंद पड़ा हुआ है, पर वहां माफिया अवैध खनन अब भी कर रहे हैं। नवंबर 2020 में सीबीआइ ने इसी सिलसिले में ईसीएल के कई अधिकारियों, कर्मचारियों समेत रेलवे और सीआइएसएफ के अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया था। सीबीआइ ने आरोप लगाया कि उक्त विभागों के अधिकारी और कर्मचारी मिलीभगत कर कोयले का अवैध खनन और चोरी कर रहे हैं। सीबीआइ ने इस मामले में अनूप माजी को सरगना करार दिया है। सीबीआइ ने 28 नवंबर, 2020 को बंगाल में 45 जगहों पर छापे मारे थे। इनमें से ममता बनर्जी के भतीजे व सांसद अभिषेक बनर्जी के करीबी विनय मिश्रा के ठिकाने भी शामिल थे।