अयोध्या में एक किन्नर ने वैदिक रीति रिवाज के साथ अपने दाम्पत्य जीवन की शुरुआत की। जो लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। भगवान श्रीराम ने अनुज भरत की तपोस्थली नंदीग्राम भरतकुंड पर किन्नर अंजली सिंह ने प्रतापगढ़ के रहने वाले शिव कुमार वर्मा के साथ अग्नि को साक्षी मानकर जीने मरने की कसमों के साथ दाम्पत्य जीवन मे बंधे।

किन्नर अंजली सिंह पुत्री अनिल सिंह और प्रतापगढ़ जनपद के रहने वाले शिव कुमार वर्मा पुत्र रामकिशोर वर्मा के बीच लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों ने एक दूसरे के साथ शादी करने का फैसला किया और नंदीग्राम भरतकुंड पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दोनों ने जीवन भर साथ निभाने की कसमें खाई। किन्नर अंजली व शिव कुमार की शादी में पहुंचे लोगों ने उन्हें आशीर्वाद और सफल वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएं दी।

दुल्हन बनी किन्नर अंजली सिंह ने बताया कि हम दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे और एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते, इसलिये हमने शादी करने का निर्णय लिया। उन्होंने बताया कि इस शादी के लिये लड़के के परिवार वाले भी राजी थे।

वहीं दूल्हा बने शिव कुमार वर्मा ने बताया कि मुझे पता था अंजली किन्नर है फिर भी वह मुझे पसंद थी। उन्होंने बताया कि एक साल से हम दोनों साथ भी रह रहे थे, यही कारण है कि हम लोगों ने शादी करने का फैसला किया।

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