चुनाव आयोग ने विधानसभा के कार्यक्रम की घोषणा से पहले पुरी के जगन्नाथ मंदिर से पंडितों और सेवादारों के एक समूह द्वारा पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) की प्रमुख ममता बनर्जी के आवास पर लगभग 10 घंटे की महायज्ञ का आयोजन किया। राज्य में चुनाव
देशभर के 5 राज्यों में चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) की प्रमुख ममता बनर्जी के आवास पर लगभग 10 घंटे के महायज्ञ का आयोजन किया गया। बता दें कि इस पूजा के लिए पुरी के जगन्नाथ मंदिर से पंडितों और सेवादारों को बुलाया गया था।
ममता बनर्जी, उनके भतीजे और TMC के सांसद अभिषेक बनर्जी, उनके भाई, और पार्टी के कुछ शीर्ष नेताओं ने इस यज्ञ में भाग लिया। एक टीएमसी नेता ने बताया कि पंडित और सेवक गुरुवार सुबह कोलकाता पहुंचे। सुबह 7 बजे शुरू हुआ यज्ञ शाम 5 बजे तक जारी रहा।
ये यज्ञ मंदिर के जगन्नाथ स्वैन महापात्र ने कराया। महापात्र भगवान जगन्नाथ के वह ‘बड़ाग्राही’ या अंगरक्षक होते हैं जब देवता को रथयात्रा के लिए मंदिर से बाहर ले जाया जाता है। महापात्र ने कहा, “मैं लंबे समय से मुख्यमंत्री आवास पर पूजा करा रहा हूं। यह उनके घर पर एक वार्षिक अनुष्ठान है।” उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी ने चुनावों के दौरान बंगाल में शांति के लिए प्रार्थना की। मैंने उन्हें विजयभव का आशीर्वाद दिया है। प्रभु उन्हें जीवन में और चुनाव में भी आशीर्वाद देंगे।”
बता दें कि शुक्रवार को चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि 27 मार्च से 29 अप्रैल तक मतदान होगा और दो मई को नतीजों का एलान होगा। राजनीतिक दृष्टि से सबसे संवेदनशील माने जाने वाले बंगाल में आयोग ने आठ चरणों में चुनाव कराने का फैसला लिया है, जो राज्य में अब तक का सबसे लंबा चुनाव होगा। इससे पहले यहां सात चरणों में चुनाव कराए गए हैं।
इधर, असम में तीन चरणों में चुनाव होंगे। जबकि तमिलनाडु, केरल और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में एक-एक चरण में ही विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे। चुनावों के एलान के साथ ही इन राज्यों में आचार संहिता लागू हो गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बंगाल सहित चार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के विधानसभा चुनावों का एलान करते हुए भरोसा दिया कि चुनाव पूरी तरह से निष्पक्ष होंगे। साथ ही सुरक्षा के भी पर्याप्त बंदोबस्त किए गए हैं। इस बीच उन्होंने कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए उठाए गए जरूरी एहतियाती कदमों की भी जानकारी दी। इसमें वोटरों के लिए मास्क जरूरी होगा। साथ ही सभी राज्यों में पुख्ता सुरक्षा इंतजामों को लेकर विशेष पुलिस पर्यवेक्षकों की भी तैनाती की गई है।