अलीगढ़। यूपी चुनाव 2022 में उतरने की तैयारी कर रही ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन के एक नेता ने अलीगढ़ में विवादित बयान दिया। बता दें कि अलीगढ़ जिलाध्यक्ष गुफरान नूर का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने कहा कि अगर असदुद्दीन ओवैसी को प्रधानमंत्री बनाना है तो मुस्लिमों को अधिक बच्चे पैदा करने होंगे। गुफरान नूर का कहना है कि मुस्लिमों के अधिक बच्चे नहीं होंगे तो फिर हमारी कौम भारत पर राज कैसे करेगी?
 
वीडियो में गुफरान नूर ये भी कहा कि बच्चे नहीं होंगे तो हम लोग कैसे राज करेंगे? कैसे ओवैसी साहब प्रधानमंत्री और शौकत साहब मुख्यमंत्री बनेंगे? दलितों, मुसलमानों को डराया जा रहा है कि बच्चे बंद करो। क्यों बंद करें बच्चे? यह शरीयत के ख़िलाफ़ है। 
 
हालांकि इस वीडियो के वायरल होने के बाद नूर ने अपनी सफाई में कहा कि जितनी हिस्सेदारी हमारी कुर्बानी में रही है, उतनी भागीदारी पैदावार में नहीं रही है। तो मेरा निजी विचार है कि मेरे सदर ओवैसी साहब प्रधानमंत्री बनें, कैसे होगा, इस तरीके की चर्चा चली थी और इसमें मैंने कुछ गलत नहीं कहा।


हनुमानगढ़ी के पुजारी राजूदास का एआईएमआई के जिलाध्यक्ष गुफरान नूर के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पुजारी राजूदास ने कहा कि नूर देश के 75 प्रतिशत मुस्लिमों की भाषा बोल रहे हैं। अल्लाह की देन बच्चे नहीं हैं. इनकी मानसिकता जनसंख्या बढ़ाओ और संसाधन पर कब्जा करो की है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को जातिवादी मानसिकता को छोड़कर जागरूक होने की जरूरत है। ऐसी भाषा शैली बोलने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। जो संविधान को माने वह ठीक, जो संविधान को नहीं मानेगा वह देश में रहने लायक नहीं है।

बता दें कि राज्य में करीब 19 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं। मुस्लिम समुदाय का यह वोटिंग शेयर राज्य की 143 सीटों को प्रभावित करता है। सूबे में 70 सीटों पर 20 से 30% मुस्लिम वोट हैं तो वहीं 75 सीटों पर करीब 39 से 45 फीसदी मतदाता मुस्लिम समुदाय से हैं। ऐसे में जहां पर मुस्लिम बहुल्य सीट हैं वहां पर एआईएमआईएम पार्टी ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं।

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