झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए कमरा आवंटित होने के बाद बीजेपी के भजन-कीर्तन और हंगामे को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नाराजगी प्रकट करते हमला बोला। सोरेन ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि मन में यदि राक्षस हो तो भगवान कहां मिलेंगे। सोरेन ने विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मन में अगर आस्था हो तो भगवान सब जगह है, लेकिन मन में अगर राक्षस हो तो सब जगह दुश्मन ही दुश्मन है।
मुख्यमंत्री ने विपक्षी विधायकों के हंगामे को दुभार्ग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि ऐसी मानसिकता की वजह से राज्य के विकास को अपेक्षित गति नहीं मिल पा रही है। यह साबित हो गया है कि विपक्ष मुद्दाविहीन है। आज उनके हंगामे की वजह से सदन में मुख्यमंत्री प्रश्नकाल भी नहीं हो पाया। सदस्यों के पास सीधे मुझसे सवाल पूछने और जवाब पाने का अवसर था, लेकिन मुद्दाहीनता के बीच यह मौका उन्होंने गंवा दिया।
सोरेन ने सदन के बाहर भाजपा सदस्यों के भजन-कीर्तन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्पष्ट है कि उनके मन में आस्था नहीं है, वे दिखावा कर रहे हैं. मन में राक्षस बैठा हो तो फिर ऐसे ही हालात पैदा किये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने रोजगार के मुद्दे पर पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा कि राज्य में रोजगार देने की प्रक्रिया को गति दी जा रही है। जल्द ही इसके परिणाम सामने दिखेंगे।