मलेशिया में फिर राजनीतिक संकट! सत्तारूढ़ गठबंधन की प्रमुख पार्टी ने प्रधानमंत्री से समर्थन वापस लिया
मलेशिया में एक साल बाद दोबारा राजनीतिक संकट शुरू हो गया है। सत्ताधारी गठबंधन के सबसे बड़ी पार्टी उमनो ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री मुहीउद्दीन यासीन से समर्थन वापस लेने की घोषणा की। उमनो के अध्यक्ष अहमद जाहिद हामिदी ने यासीन से तत्काल नए नेता के लिए रास्ता साफ करने की अपील की है।
इस राजनीतिक बमबारी के चलते पिछले साल मार्च में सत्ता हासिल करने वाले यासीन के पद नहीं छोड़ने पर सरकार गिरने का संकट खड़ा हो गया है, जिसके चलते मलयेशिया को तीन साल में दूसरी बार आम चुनाव का सामना करना पड़ेगा।
मोहिउद्दीन यासीन ने मार्च 2020 में सत्ता संभाली थी। उस समय उन्होंने पूर्व सत्तारूढ़ गठबंधन का साथ छोड़कर एक नई सरकार बनाने के लिए यूनाइडेट मलयज नेशनल ऑर्गेनाइजेशन या UMNO और अन्य दलों के साथ हाथ मिलाया था। UMNO के अध्यक्ष अहमद जाहिद हमीदी ने कहा कि यासीन की सरकार कोरोना वायरस महामारी को रोकने में विफल रही, जिसके कारण आर्थिक संकट पैदा हुआ। उन्होंने यासीन से इस्तीफा देने का आग्रह किया।
जाहिद ने मोहिउद्दीन से आग्रह किया कि वह इस्तीफा दें और एक नए नेता के लिए रास्ता बनाए, जब तक कि महामारी से स्थिति सामान्य नहीं हो जाए ताकि सुरक्षित ढंग से आम चुनाव हो सके। उन्होंने कहा, यह एक ऐसी सरकार को अनुमति देने के लिए महत्वपूर्ण है जो वास्तव में स्थिर हो और जिसके पास बहुसंख्यक लोगों का जनादेश हो। UMNO का ये निर्णय ऐसे वक्त पर आया है, जब मोहिउद्दीन ने UMNO के सांसद को अपना डिप्टी बनाया है। मोहिउद्दीन का ये निर्णय पार्टी को गठबंधन में बनाए रखने के लिए मनाने की एक सुनियोजित चाल थी। सत्तारूढ़ गठबंधन में महीनों से तनाव चल रहा है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने रक्षा मंत्री इस्माइल साबरी को उप प्रधानमंत्री के रूप में नामित किया और कहा कि वह अभी भी अपने सुरक्षा पद को बरकरार रखेंगे। इसने कहा कि नियुक्ति मोहिउद्दीन को स्वास्थ्य और आर्थिक संकटों के बीच देश का प्रबंधन करने में मदद करेगी। मोहिउद्दीन ने पिछले साल अपने मंत्रिमंडल में एक उप प्रधानमंत्री की नियुक्ति नहीं करके परंपरा को तोड़ दिया था, बल्कि इसकी जगह चार वरिष्ठ मंत्रियों को नामित किया था, जिनमें से दो उनकी अपनी पार्टी से और इस्माइल UMNO से थे।