पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद राजनीतिक हिंसा सहित अन्य मुद्दों को लेकर गुरुवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने अपनी पत्नी सुदेश धनखड़ के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से सुबह मुलाकात की. वह शाम को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात करेंगे. इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक अटकलें तेज हो गई हैं.

बता दें कि राज्यपाल मंगलवार को दिल्ली गए हैं और कल को कोलकाता वापस आएंगे. इससे पहले बुधवार को राज्यपाल ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों प्रह्लाद जोशी और प्रह्लाद सिंह पटेल से भी मुलाकात की थी. इसके साथ ही बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हिंसा को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन व सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस अरुण कुमार मिश्रा से मुलाकात की और उन्हें बंगाल के हालात से अवगत कराया था.

बता दें राज्यपाल लगातार बंगाल में हिंसा का मुद्दा उठा रहे हैं. दिल्ली रवाना होने के पहले राज्यपाल ने सीएम ममता बनर्जी को पत्र लिखकर हिंसा को लेकर कदम उठाने की मांग की थी. इस बाबत उन्होंने आरोप लगाया था कि लगभग एक माह होने के बावजूद राज्य में हो रही हिंसा को लेकर राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस बाबत कोई चर्चा नहीं हुई है. बता दें कि बीजेपी नेतृत्व भी लगातार हिंसा को लेकर ममता बनर्जी की सरकार पर निशाना साध रहा है. हाल में बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सहित बीजेपी के केंद्रीय नेताओं से दिल्ली में मुलाकात की थी और राज्य में धारा 356 के लागू होने से खराब माहौल बताया था.

दूसरी ओर, राज्य सरकार के गृह विभाग की ओर जारी बयान में राज्यपाल के बयान को मनगढ़ंत करार दिया था और राज्यपाल को इस तरह की बयानबाजी से परहेज रहने की सलाह दी गई थी. दूसरी ओर, टीएमसी राज्यपाल के दिल्ली दौरे को लेकर सवाल उठा रही है. टीएमसी के वरिष्ठ नेता सौगत रॉय ने कहा,” मैने ऐसे राज्यपाल को कभी नहीं देखा, जो संविधान और उसके मानदंडों का सम्मान नहीं करते हैं. वह प्रत्येक संवैधानिक मानदंड का उल्लंघन करते रहे हैं. हमारे संविधान के अनुसार राज्यपाल को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाले मंत्री परिषद के निर्देशों के अनुसार कार्य करना चाहिए, लेकिन वह अपनी मर्जी से काम करते हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here