इस समय देश के कई राज्यों में सियासी हलचल की खबरें सामने आ रही हैं. महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर बड़े बदलाव के संकेत दिखने लगे हैं. इस तरह के चर्चाओं में जिंगारी का काम किया है केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले के बयान ने. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना की सरकार बन सकती है.
इन बयानों के साथ ही एक बार फिर महाराष्ट्र में राजनीतिक फेरबदल की उम्मीद की जा रही है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस मुलाकात के भी कई मायने निकाले जा रहे हैं.
रामदास आठवले ने महाराष्ट्र के नये समीकरण की तरफ संकेत देते हुए कहा, महाराष्ट्र में पूर्व सहयोगी भाजपा और शिवसेना सहित अन्य दलों की ‘महायुति’ (महागठबंधन) सरकार बनायी जा सकती है. इसमें मुख्यमंत्री पद को आधे- आधे कार्यकाल के लिए बांटा जा सकता है. इस फार्मूले के साथ महाराष्ट्र में नयी सरकार बन सकती है.
रामदास अठावले ने यह भी बताया कि उन्होंने इस मुद्दे पर देवेंद्र फडणवीस से भी चर्चा की है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने भी यह बात रखूंगा. अठावले के इस फार्मूले की चर्चा हो रही है. महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गयी है.
अठावले ने यह भी कहा है कि इसके साथ – साथ महाराष्ट्र के कई मुद्दे है जिस पर चर्चा होनी चाहिए काम होना चाहिए जिसमें मराठा आरक्षण का मुद्दा अहम है साथ ही कोरोना संक्रमण और चक्रवात के कारण महाराष्ट्र को काफी नुकसान पहुंचा है इस पर भी बात होगी.