वाराणसी। उत्तर प्रदेश के नगर विकास, शहरी समग्र विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन एवं जनपद के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन “गोपाल जी” शनिवार को सर्किट हाउस सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर कोरोना नियंत्रण व्यवस्था व नगर विकास के कार्यों के प्रगति की समीक्षा की। मंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में शीघ्रता से प्रभावी चिकित्सा व्यवस्थाएं कर कंट्रोल किया गया। संभावित तीसरी लहर के लिए समय से व्यवस्था कर ले। बच्चों हेतु अलग वार्ड हो।

बैठक में बताया गया कि जनपद में व्यापक स्तर पर ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं। कोरोना की इस वर्ष दूसरी लहर गत वर्ष से 9 गुना बड़ी थी। शीघ्रता से सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में व्यवस्था कर 2950 बेड तैयार किए गए। इसमे 08 सरकारी व 52 प्राइवेट अस्पताल जोड़े गए। तीसरी बेव के लिए बीएचयू में बच्चों हेतु 100 बेड तथा नान कोविड शिशुओं हेतु 50 बेड की व्यवस्था की जा रही है। दीनदयाल अस्पताल में शिशुओं हेतु 64 बेड तैयार किए जा रहे हैं। 07 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट की व्यवस्था की गई है, जिसमें से 4 में लग चुके हैं, तीन में 10-12 दिन में लग जाएंगे। दीनदयाल राजकीय चिकित्सालय में ऑक्सीजन के दो प्लांट की व्यवस्था, श्री शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय में दो प्लांट, ईएसआई में दो ऑक्सीजन प्लांट आ चुके हैं। यहां 40 बेड शिशुओं के लिए है। रामनगर में दो प्लांट की व्यवस्था, 4 अस्पताल में दो-दो ऑक्सीजन प्लांट की व्यवस्था की गई है। राजकीय आयुर्वेद अस्पताल में एक प्लांट लगा दिया गया है। बीएलडब्ल्यू में 10 दिन में एक अक्सीजन प्लांट आ जाएगा। बीएचयू इमरजेंसी हेतु एक अलग प्लांट लगेगा। बीएचयू कैंसर हॉस्पिटल में एक प्लांट लगेगा। जनपद की 08 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ऑक्सीजन प्लांट लगेंगे। जिसमें 7 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हेतु फाइनल हो गया है। सैकड़ों ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सरकारी एवं चैरिटेबल अस्पतालों को दिए गए हैं।

जनपद में प्राइवेट अस्पतालों द्वारा मरीज से अधिक पैसा लेने की 18 शिकायत पाई गई। जिसमें अस्पताल से मरीज का रूपया वापस कराया जा रहा है। जो अस्पताल वापस नहीं करेगा उसका लाइसेंस निलंबित करने के साथ ही एफआईआर की कार्रवाई होगी। मंत्री आशुतोष टंडन ने कड़े लहजे में कहा कि अस्पताल किसी मरीज से अधिक पैसा लेता या उत्पीड़न करता है तो के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही हो। दृतीय लहर बहुत कम हो गया है, लेकिन सैनिटाइजेशन कार्य में ढिलाई नहीं आने दे। वार्डवार डोर टू डोर सघन सैनिटाइजेशन करे। बाजार, स्टेशन, प्रमुख स्थलों पर अभियान चलाकर सैनिटाइजेशन, फागिंग व एंटी लारवा स्प्रे कराया जाए। वार्ड वार्ड निगरानी समितियों की समीक्षा करें। स्ट्रीट वेंडरों को आर्थिक सहायता योजना का लाभ हर पात्र को मिले, कोई छुटे नहीं।

आगामी बरसात से पूर्व शहर के सभी नाले साफ करा लिए जाएं। कहीं भी जलभराव नहीं हो। इसकी पूर्व से व्यवस्था कर ले। ग्रामीण जो क्षेत्र नगर में जुड़ा है, वहां भी पेयजल आपूर्ति, साफ-सफाई आदि कार्य किए जाए। नगर को पेयजल हेतु 264 एमएलडी पानी की आवश्यकता के सापेक्ष 323 एमएलडी पानी की उपलब्धता है। नगर में जुड़े 84 गांव के लिए 550 सफाई कर्मी लगाए गए हैं। बड़ी गाड़ियां कूड़ा उठाने को लगी है। मंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधियों से सतत संवाद रखें। उनके क्षेत्र में कराए जा रहे कार्यो की जानकारी उन्हें दें। उनके सुझाव पर अमल करें। बैठक के दौरान जनप्रतिनिधियों द्वारा सुझाव व क्षेत्रीय समस्याओं को रखा गया, जिसे मंत्री आशुतोष टंडन ने अधिकारियों को नोट कराते हुए निस्तारण के निर्देश दिए।

बैठक में मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, मंत्री रविंद्र जायसवाल, महापौर मृदुला जायसवाल, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक सुरेन्द्र नारायण सिंह, भाजपा काशी प्रांत के अध्यक्ष महेश श्रीवास्तव के अलावा कमिश्नर दीपक अग्रवाल, पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, नगर आयुक्त गौरांग राठी, वीसी वीडीए ईशा दुहन, मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुलगी सहित स्वास्थ्य, जल निगम, गंगा प्रदूषण, जल संस्थान आदि विभागों के अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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