बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने 28 मई को यास चक्रवात के बाद हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए राज्य के दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शामिल नहीं होने को लेकर उनपर निशाना साधा है। राज्यपाल ने सोमवार-मंगलवार की आधी रात में ट्वीट करके इसको लेकर मुख्यमंत्री की आलोचना करते हुए कहा कि जनता की सेवा पर अहंकार हावी है।

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के साथ अकसर तनावपूर्ण रिश्तों के चलते चर्चा में रहने वाले गवर्नर जगदीप धनखड़ ने पीएम से मीटिंग को लेकर उन पर गलत बयान देने का आरोप लगाया है। पीएम नरेंद्र मोदी की मीटिंग से जल्दी निकलने की ममता बनर्जी की कहानी को गलत करार दिया है। गवर्नर ने मंगलवार को ट्वीट कर दावा किया कि ममता बनर्जी ने शुक्रवार को होने वाली मीटिंग से एक दिन पहले ही उन्हें मेसेज किया था। इस मीटिंग को लेकर ममता ने संकेत दिए थे कि यदि शुभेंदु अधिकारी को बैठक में बुलाया जाता है तो वह बायकॉट कर सकती हैं।

गवर्नर ने लिखा, ‘झूठे बयानों से विवश होकर अब सीधा रिकॉर्ड रख रहा हूं। 27 मई को रात सवा 11 बजे ममता बनर्जी ने मुझे मेसेज किया कि क्या मैं बात कर सकती हूं। यह अर्जेंट है। इसके बाद फोन पर उन्होंने संकेत दिया कि वह और उनके अधिकारी पीएम नरेंद्र मोदी की मीटिंग का बायकॉट कर सकते हैं, यदि इसमें नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी को भी बुलाया गया। इस तरह जनता की सेवा पर अहंकार को तरजीह दी गई।’ बता दें कि बीते सप्ताह शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी यास चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए पश्चिम बंगाल और ओडिशा के दौरे पर थे।

पीएम मोदी को ममता और मुख्य सचिव ने कराया था इंतजार

पीएम मोदी ने बंगाल पहुंचने पर पहले हवाई सर्वे किया और फिर समीक्षा बैठक के लिए कलाईकुंडा पहुंचे थे। यहां सीएम ममता बनर्जी और राज्य के मुख्य सचिव 30 मिनट की देरी से पहुंचे। यही नहीं ममता बनर्जी कुछ ही देर रुकीं और पीएम नरेंद्र मोदी को चक्रवात से हुए नुकसान की रिपोर्ट देकर निकल गई थीं। उनके इस रवैये की तीखी आलोचना हुई थी और बीजेपी ने इसे संघीय व्यवस्था के खिलाफ बताया था। यही नहीं सीएम ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा था। उसमें भी उन्होंने शुभेंदु अधिकारी को आमंत्रित करने पर ऐतराज जताया था।

ममता ने PM को खत में भी शुभेंदु पर जताया था ऐतराज

ममता बनर्जी ने लिखा था, ‘मैं आपसे कुछ कहना चाहती हूं। पीएम और सीएम की मीटिंग के स्ट्रक्चर को आपकी तरफ से बदला गया। आपने अपनी पार्टी के स्थानीय विधायक को आमंत्रित किया था, जबकि मेरी राय है कि पीएम और सीएम की मीटिंग में उनकी कोई जरूरत नहीं थी। आपने गवर्नर और कुछ केंद्रीय मंत्रियों को आमंत्रित किया, जिस पर मैंने कोई ऐतराज नहीं जताया। लेकिन इस मसले कोई संबंध न रखने वाले विधायक को आमंत्रित किया जाना, मुझे स्वीकार नहीं था।’ ममता बनर्जी ने राज्य के मुख्य सचिव रहे अलापन बंद्योपाध्याय के ट्रांसफर का विरोध करते हुए 5 पेज का खत पीएम मोदी को लिखा था, जिसमें उन्होंने शुभेंदु को लेकर ऐतराज जाहिर किया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here