सरकार ने ट्विटर और फेसबुक सहित सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को कोविड को लेकर गलत सूचना और पैनिक फैलाने वाले पोस्ट को हटाने को कहा है। ट्विटर ने कहा कि उसने भारत सरकार से कानूनी अनुरोध के जवाब में की गई कार्रवाई के प्रभावित खाताधारकों को सूचित किया है, लेकिन प्रभावित खातों का विवरण नहीं दिया है।

केंद्र सरकार ने ट्विटर और फेसबुक सहित सारे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को कोविड-19 (कोरोना वायरस) से जुड़ी गलत सूचना और पैनिक फैलाने वाले पोस्ट को हटाने को कहा है। सुत्र ने कहा कि सोशल मीडिया पर कई ऐसे पोस्ट हैं जो कोविड को लेकर गलत सूचना फैला रहे हैं। जिससे आम लोगों को पैनिक जैसी स्थिति बन रही है। ट्विटर ने भारत सरकार के कानूनी आग्रह पर कार्रवाई करने और इसकी जानकारी प्रभावित खाताधारकों को देने की बात स्वीकार की है। हालांकि ट्विटर ने प्रभावित खातों का ब्यौरा साझा नहीं किया है।

ट्विटर के प्रवक्ता ने कहा, हमें जब कोई आधिकारिक आदेश मिलता है तो ट्विटर नियमों और कानून के तहत हमें और हमारी टीम को उसकी समीक्षा करनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी कंटेंट ट्विटर के नियमों के खिलाफ होगा तो उसे तत्काल हटाया जाएगा। लेकिन यदि कंटेंट न्यायाधिकार के हिसाब से गैरकानूनी होता है लेकिन ट्विटर के नियम के खिलाफ नहीं होगा तो उसे डिलीट नहीं किया जाएगा। हालांकि वह कंटेंट को भारत में दिखना बंद हो जाएगा।

कई पोस्ट हटाए जाने की पुष्टि

सूत्रों के हिसाब से अबतक केंद्र के आग्रह पर ट्विटर ने कई पोस्ट हटाए जा चुके हैं। इन पोस्ट में एक संसद सदस्य, विधायक और फिल्म निर्माताओं के ट्वीट भी शामिल हैं। इन पोस्टों में कोविड से जुड़ी गलत जानकारी दी गई थी और स्वास्थ्य कर्मियों के प्रति दुर्भावना की भावना पैदा की गई थी। हालांकि पोस्ट डिलीट किए गए खाताधरकों के विवरण और संख्या का तत्काल पता नहीं लगाया जा सका है। ट्विटर का कहना है कि उसने इस कार्रवाई से पहले सभी खाताधारकों को जानकारी दी थी ताकि उन्हें यह कदम भारत सरकार के कानूनी आग्रह पर उठाए जाने की जानकारी रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here