भारत में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। देश भर से रोजाना चौंकाने वाले मामले सामने आ रहे हैं और सबसे चिंताजनक बात यह है कि मौत का आंकड़ा भी अब तेजी से बढ़ने लगा है। एक ओर जहां कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक रूप ले रही है, वहीं कुंभ मेले और रमजान के उत्सवों में कोरोना नियमों की जमकर अनदेखी की जा रही है।
कुंभ मेले और रमजान में लगातार लोगों द्वारा बरती जा रही लापरवाही पर अब गृहमंत्री अमित शाह की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। अमित शाह ने कहा कि कुंभ और रमजान उत्सवों में हिस्सा लेने वाले लोग कोरोनो से बचाव के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करने में विफल सिद्ध हुए हैं।
‘कोई भी कोरोना नियमों की अनदेखी नहीं कर सकता’
अमित शाह ने कहा कि चाहे कुंभ मेला हो या रमजान हो, कहीं भी कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर नहीं है। कोई भी कोरोना नियमों की अनदेखी नहीं कर सकता है। इसलिए हमें अपील करनी पड़ी और कुंभ अब प्रतीकात्मक हो गया है।
शाह ने कहा कि कुंभ के लिए पीएम मोदी जी ने खुद संतो से अपील की और संतों ने उनकी अपील को स्वीकार भी कर लिया है। जिसके बाद 13 में से 12 अखाड़ों ने कुंभ का विसर्जन किया और संतों ने जनता से भी कुंभ में न आने की अपील की। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी की पहल से कुंभ अब प्रतीकात्मक कुंभ में तब्दील हो गया है, जो बहुत बड़ी बात है।
‘हर राज्य में कोरोना की स्थिति एक जैसी नहीं’
अमित शाह ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से हमने कोरोना संबंधित सभी प्रतिबंध लगाने के अधिकार राज्यों को दिए हैं, क्योंकि आज हर राज्य की स्थिति एक जैसी नहीं है। इसलिए कोरोना से लड़ने के लिए हर राज्य को अपने यहां की स्थिति के हिसाब से खुद फैसले लेने होंगे, इसमें केंद्र सरकार उनकी पूरी मदद करेगी।
अमित शाह ने कहा कि रेमडेसिविर का प्रोडक्शन अभी भी हमारे यहां पर्याप्त मात्रा में हो रहा है। हमने एहतियातन इस इंजेक्शन के निर्यात को बैन किया है। लेकिन जब आपा धापी होती है तो जल्दबाजी में इसे खरीदा जाने लगता है, जिससे इसकी कमी आती है। शाह ने कहा कि मैं सभी से अपील करता हूं कि अगर डॉक्टर ने आपको कहा है तभी इस इंजेक्शन को लें।