अयोध्या। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की 40 फीट गहराई तक की गई नींव की खुदाई के दौरान सोमवार को एक चरण पादुका सहित प्राचीन पाषाण व कुछ खंडित मूर्तियों के अवशेष मिले हैं। जिन्हें ट्रस्ट ने सुरक्षित रखवाया है, इसकी पुरातात्विक जांच कराई जाएगी। इससे पूर्व भी जन्मभूमि परिसर के समतलीकरण कार्य में कई प्राचीन अवशेष प्राप्त हो चुके हैं।

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र कार्यालय के व्यवस्थापक श्रीप्रकाश गुप्ता का कहना है कि राम मंदिर निर्माण के लिए नींव की खुदाई के दौरान 20 फीट तक कई प्राचीन अवशेष प्राप्त हुए। इससे पूर्व भी प्राचीन शिलाएं निकल चुकी है। कुछ खंडित मूर्तियां भी मिली है। प्राचीन मंदिर से संबंधित पत्थर के अवशेषप्राप्त हुए हैं। सीता रसोई से खुदाई के दौरान रसोई से संबंधित सिलबट्टा भी प्राप्त हुआ है। चौका बेलना भी प्राप्त हुआ है। इसके अलावा मानस भवन की ओर खुदाई के दौरान अति प्राचीन भगवान श्री राम के चरण पादुका भी मिले है। उन्होंने बताया कि इन सभी अवशेषों को राम जन्मभूमि परिसर में ही संरक्षित कर दिया गया है।

श्रीप्रकाश गुप्ता के मुताबिक राम मंदिर के निर्माण के बाद मंदिर में ही म्यूजियम बनाकर इन प्राचीन धरोहर को रखा जाएगा। जिसको श्रद्धालु रामलला के दर्शन के बाद इन प्राचीन धार्मिक अवशेषों का दर्शन कर सकेंगे। हालांकि की वस्तुएं टूटी फूटी हालत में है खुदाई का काम पूरा हो चुका है। बता दें कि पिछले साल मई में जब रामजन्मभूमि परिसर का समतलीकरण कार्य किया जा रहा था तब भी बड़ी मात्रा में खुदाई के दौरान प्राचीन अवशेष मिले थे। रामलला के गर्भगृह स्थल पर खुदाई के दौरान ट्रस्ट को कई पुरातात्विक मूर्तियां, खंभे और चार फीट का शिवलिंग मिला था। इसके अलावा देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियों सहित सात ब्लैक टच स्टोन के स्तंभ, छह रेड सैंडस्टोन के स्तंभ भी मिले थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here