पटना। पटना का पीएमसीएच देश का सबसे बड़ा और विश्व का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बनेगा। अभी विश्व का सबसे बड़ा अस्पताल ताइवान का चांग गंग मेमोरियल हॉस्पीटल है। उसकी क्षमता 10 हजार बेड की है। पीएमसीएच में अभी कोविड वार्ड को मिलाकर लगभग 1800 बेड क्षमता है। अगले सात साल में पीएमसीएच का 5462 बेड का अस्पताल पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। यह तीन फेज में बनेगा। पहले फेज में 2073 बेड का अस्पताल अगले तीन साल में तैयार होगा। यह सात मंजिला होगा। दूसरे और तीसरे फेज में अन्य विभाग बनेंगे।
यहां एक ही छत के नीचे मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग हॉस्टल, डॉक्टर चैंबर, क्लास रूम, सभी जांच और पैथोलॉजी सुविधाएं, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड से लेकर एमआरआई, ब्लड बैंक आदि की सुविधाएं मिलेंगी।
नये भवन में 36 सुपर स्पेशियलिटी विभाग बनेंगे
पीएमसीएच में बनने वाले नए भवन में 36 सुपर स्पेशियलिटी विभाग बनेंगे। अभी इनकी संख्या आठ है। नया भवन ऑटोमेटिक फायर फाइडिंग सिस्टम, मेडिकल गैस पाइपलाइन, पावर सब स्टेशन, अंडरग्राउंड सिवरेज प्रणाली, कचरा निष्पादन प्रणाली से युक्त होगा। लगभग पांच हजार वाहनों की पार्किंग की भी व्यवस्था होगी।
सबसे पुराने कैंसर संस्थानों में से एक
1925 में स्थापित पीएमसीएच देश के सबसे पुराने अस्पतालों में से एक है। यह भारत के सबसे पुराने कैंसर संस्थानों में से एक है। प्राचार्य डॉ. बीपी चौधरी ने बताया कि बीएमएसआईसीएल की देखरेख में एलएनटी को इसके निर्माण का जिम्मा दिया गया है। कंपनी ने पहले चरण का काम पूरा कर जनवरी 2024 में हस्तांतरित करने की बात कही है।