नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज एक बार फिर बिना नाम लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि दुनिया में कई तानाशाहों के नाम ‘M’ से क्यों शुरू होते हैं? उन्होंने उदाहरण के लिए मार्कोस, मुसोलिनी, मिलोसेविक, हुस्नी मुबारक, मोबुतू, मिकोमबेरो, मुशर्रफ के नाम भी दिए। राहुल के इस हमले का बीजेपी ने काफी जोरदार पलटवार किया है।
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर लिखा, ‘M से Mohandas भी थे – साबरमती के संत, बापू – the greatest apostle of truth and non-violence. भारत की मिट्टी की बात ही अलग है, ये तानाशाह नहीं बुद्ध और महावीर की वसुधा है। छोड़िये आप नहीं समझेंगे राहुल जी।’
M से Mohandas भी थे – साबरमती के संत, बापू – the greatest apostle of truth and non-violence.
भारत की मिटटी की बात ही अलग है, ये तानाशाह नहीं बुद्ध और महावीर की वसुधा है।
छोड़िये आप नहीं समझेंगे @RahulGandhi ji… https://t.co/wtUn1vI54F
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) February 3, 2021
राहुल गांधी के बयान पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ‘अंजान राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि अधिकतर तानाशाहों के नाम M से शुरू होते हैं। मैंने उनसे पूछा है कि मोहनदास करमचंद गांधी अहिंसा के पुजारी थे जो सारे विश्व में जाने जाते हैं। उनका नाम भी M शब्द से शुरू होता है। उनके बारे में उनकी क्या राय है?’
वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ट्वीट पर ट्विटर यूजर ने भी तरह-तरह के कमेंट किए हैं। एक यूजर ने लिखा है कि एम से ही मनमोहन सिंह और मोतीलाल नेहरू का भी नाम शुरू होता है।
इनके विषय में क्या राय है …
Motilal Nehru
Manmohan Singh
M K Stalin &
Mamata Banerjee
— Pankaj Shankar 🎬 पंकज शंकर (@pankaj_shankar) February 3, 2021
आपको बता दें कि राहुल ने इस ट्वीट में लिखा था कि इतने सारे तानाशाहों के नाम ‘M’ से ही क्यों शुरू होते हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में जिन तानाशाहों के नाम शेयर किए उनमें मार्कोस, मुसोलिनी, मिलोसेविक, हुस्नी मुबारक, मोबुतू, मिकोमबेरो, मुशर्रफ के नाम शामिल थे।
कृषि कानूनों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार केंद्र की बीजेपी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते आ रहे हैं। इससे पहले मंगलवार को भी राहुल गांधी ने दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन के चलते दिल्ली पुलिस की ओर से किए गए बैरिकेडिंग और सड़कों पर कीलें गाड़ने को लेकर मोदी सरकार को नसीहत दी थी। उन्होंने कहा था कि भारत सरकार को पुल बनाने चाहिए, दीवारें नहीं।