नई दिल्ली (एजेंसी)। बजट में किए गए प्रस्तावों से घरों में उपयोग होने वाले रेफ्रिजरेटर, एलईडी लाइट और मोबाइल फोन जैसे सामान महंगे हो जाएंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को पेश बजट में आयातित कल-पुर्जों पर सीमा शुल्क बढ़ाए जाने का प्रस्ताव किया। हालांकि सोने और चांदी के आयात पर सीमा शुल्क युक्तिसंगत किए जाने से ये मूल्यवान धातुएं सस्ती होंगी। रेफ्रिजरेटर और एसी के लिये कॉम्प्रेसर पर सीमा शुल्क 12.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत किया गया, जबकि एलईडी लैंप, कल-पुर्जों पर 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत किया गया है।
इसी प्रकार, सौर इनवर्टर पर सीमा शुल्क 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत और सौर लैंप पर शुल्क बढ़ाकर 15 प्रतिशत किया गया है। सीतारमण ने कच्चा रेशम पर सीमा शुल्क 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत किया तथा कपास पर 5 प्रतिशत किया गया, जो पहले शून्य था। इसी प्रकार, सेफ्टी ग्लास, विंडस्क्रीन वाइपर समेत आयातित वाहनों के कल पुर्जों पर सीमा शुल्क 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत किया गया है।
वित्त मंत्री ने पीसीबीए, कैमरा माड्यूल, कनेक्टर जैसे मोबाइल फोन और मोबाल फोन चार्जर पुर्जे पर सीमा शुल्क 2.5 प्रतिशत किया, जो पहले शून्य था। बजट प्रस्तावों के अनुसार, लिथियम आयन बैटरी के कच्चे माल पर सीमा शुल्क अब 2.5 प्रतिशत लगेगा, जो अबतक शून्य था। इसी प्रकार इंक काट्रिज और इंक स्प्रे नोजल पर 2.5 प्रतिशत सीमा शुल्क लगेगा। अभी इन पर शून्य शुल्क लगता था। तैयार चमड़ा उत्पादों पर पर अब 10 प्रतिशत सीमा शुल्क लगेगा, जो अबतक शून्य था।
दूसरी तरफ नाइलान फाइबर और धागे पर सीमा शुल्क 7.5 प्रतिशत से कम कर 5 प्रतिशत कर दिया गया। इसी प्रकार, सोना आर चांदी पर आयात शुल्क 12.5 प्रतिशत से कम कर 7.5 प्रतिशत किया गया है। गोल्ड डोर बार पर सीमा शुल्क 11.85 प्रतिशत से कम कर 6.9 प्रतिशत और चांदी डोर बार पर इसे 11 प्रतिशत से कम कर 6.1 प्रतिशत किया गया है। हालांकि वित्त मंत्री ने 2.5 प्रतिशत कृषि बुनियादी ढांचा और विकास उपकर लगाने की घोषणा की।
प्लास्टिक बिल्डर वेयर पर मूल सीमा शुल्क 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत किया गया है। इसके अलावा तराशे गये सिंथेटिक पत्थर पर सीमा शुल्क 7.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत किया गया है। प्लैटिनम और प्लैडियम जैसी मूल्यवान धातुओं पर सीमा शुल्क 12.5 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत किया गया है।
बजट प्रस्तावों पर कुछ प्रमुख उद्योगपतियों की तात्कालिक प्रतिक्रियाओं में बजट के कई प्रावधानों की मुक्त कंठ सराहना की गई है। वेदांत रिसोर्सेज के कार्यकारी अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने ट्वीट किया, सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों और एक बीमा कंपनी के रणनीतिक विनिवेश सहित कई बड़ी सोच वाले एक बहुत ही सुधारवादी बजट 2021 के लिए नरेन्द्र मोदी और वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई। बुनियादी ढांचे पर जोर से विकास को बढ़ावा मिलेगा।
महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ट्वीट करते हैं, “अभूतपूर्व आर्थिक तनाव के समय में, सरकार की ज़िम्मेदारी अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए पर्याप्त रूप से खर्च करने की थी वरना भारी मानवीय पीड़ा का सामना करना पड़ता। इसलिए मुझे इस बजट से एक उम्मीद थी कि हमें लक्षित राजकोषीय घाटे के संबंध में इस समय बेहद उदार होना चाहिये जिसकी ओर प्रयास किया भी गया है।
आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हर्ष गोयनका ने क्रिकेट की शब्दावली का प्रयोग करते हुए ट्वीट किया, पुजारा और पंत की पारी का संयोजन- स्थिरता और धमाका! आधारभूत ढांचा, वाणिज्यिक कानूनों पर ध्यान केंद्रित करना, बड़ी कंपनियों के साथ व्यवसाय की आसानी के अलावा सार्वजनिक उपक्रमों की परिसंपत्ति के मौद्रिकरण, नए विनिवेश, बीमा एफडीआई के बड़े शॉट्स के साथ व्यापार में आसानी। ऑस्ट्रेलिया में अब भारत जीता। अब भारत नई विश्व व्यवस्था में ऊपर उठेगा!
बजट प्रस्ताव के कारण महंगी होने वाली चीजें:
रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर के लिए कॉम्प्रेशर और प्रिंटेड सर्किट बोर्ड जैसे हिस्से-पुर्जे, कच्ची रेशम और कपास, सौर इनवर्टर और लालटेन, वाहनों के विंडस्क्रीन, वाइपर, सिग्नल के उपकरण , पीसीबीए, कैमरा, मोड्यूल, कनेक्टर, बैक कवर , मोबाइल फोन के उपकरण, मोबाइल फोन चार्जर के कल-पुर्जे, लिथियम ऑयन बैटरी में उपयोग कच्चे उत्पाद, प्रिंटर के इकं-काट्रिज और इंक स्प्रे नोजल, चमड़े के तैयार उत्पाद, नाइलोन फाइबर और धागा, प्लास्टिक बिल्डर वेयर, तराशे गये सिंथेटिक पत्थर।
सस्ते हुए सामान:
सोना और सोने के बने अलौह धातु (गोल्ड डोर), चांदी और चांदी के बने अलौह धातु (सिल्वर डोर), प्लैटनिम, और पैलेडियम, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और राजनयिक मिशन द्वारा आयातित चिकित्सा उपकरण।