नई दिल्ली । शिवसेना ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को ट्वीट करते हुए यह जानकारी दी। संजय राउत ने अपने ट्वीट में लिखा ‘शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से चर्चा के बाद यह तय किया गया है कि पार्टी बंगाल के चुनाव में उतरेगी। हम जल्द ही कोलकाता पहुंच रहे हैं।’
बता दें कि इससे पहले शिवसेना बिहार विधानसभा चुनाव में मैदान में उतर कर जहालत झेल चुकी है। शिवसेना ने बिहार चुनाव में 22 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, जिनमें से 21 उम्मीदवारों को नोटा से भी कम वोट मिले थे। शिवसेना के सभी 22 उम्मीदवारों को मात्र 20195 वोट ही मिले थे, जो कि कुल वोटों का 0.05 फीसदी था। वहीं, साल 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी शिवसेना उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी। तब शिवसेना ने 73 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे।
बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की गठबंधन वाली सरकार चल रही है और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री हैं। बंगाल में शिवसेना के महासचिव अशोक सरकार ने हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा है कि हमारी पार्टी ने 294 सीटों में से कम से कम 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। अशोक सरकार ने कहा है कि उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, अनिल देसाई और संजय राउत बंगाल आएंगे और प्रचार करेंगे।
उन्होंने कहा कि एक फरवरी को बंगाल के नेताओं के साथ बैठक के लिए दिल्ली बुलाया गया है। सरकार ने कहा है मैं अभी मालदा में कैंप कर रहा हूं। यहां से मैं अलीपुरद्वार और अन्य उत्तर बंगाल जिलों की यात्रा करूंगा। सरकार ने कहा है कि अगले दो हफ्तों में मालदा जिले में लगभग 12000 बीजेपी समर्थक शिवसेना में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि शिवसेना कोलकाता, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, झारग्राम, पुरुलिया, मिदनापुर, नादिया, मालदा, मुर्शिदाबाद, अलीपुरद्वार और कुछ अन्य जिलों की सीटों पर चुनाव लड़े जाएंगे।
वहीं, बंगाल में शिवसेना के चुनाव में उतरने के ऐलान पर बंगाल बीजेपी के उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार ने कहा है कि शिवसेना की राज्य में कोई उपस्थिति नहीं है। इसका एकमात्र एजेंडा है बीजेपी के खिलाफ टीएमसी की मदद करना है लेकिन यह रणनीति काम नहीं करेगी।