नई दिल्ली ।गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान घाट की छत गिरने के मामले पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अपनाया है। सीएम के निर्देश पर मुरादनगर नगर पालिका परिषद की अधिशासी अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही सीएम ने कमिश्नर और जिलाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। सूत्रों के मुताबिक उन्हें हटाया भी जा सकता है।
इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। साथ ही सीएम ने घटना को अफसरों की गंभीर लापरवाही का नतीजा करार देते हुए आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम रासुका के तहत कार्रवाई करने का आदेश दिया है। सीएम ने चेतावनी के लहजे में कहा है कि इस तरह की घटनाओं के लिए जिम्मेदार अफसरों के लिए शासन में कोई जगह नहीं है।
CM Yogi Adityanath announces ex-gratia of Rs 10 lakhs each for famillies those who lost their lives in Muradnagar roof collapse incident. The National Security Act to be imposed on the accused.
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— ANI UP (@ANINewsUP) January 5,
इस मामले में ठेकेदार, नगरपालिका की कार्यपालन अधिकारी समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस ने अब तक ठेकेदार, ईओ, इंजीनियर और सुपरवाइजर को गिरफ्तार कर लिया है। ठेकेदार अजय त्यागी इस हादसे का मुख्य आरोपी है। हादसे के बाद से अजय त्यागी फरार था. गाजियाबाद पुलिस ने आरोपी अजय त्यागी पर 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया था।
बता दें कि रविवार को मुरादनगर में श्मशान की छत गिरने के कारण 25 लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस के मुताबिक गाजियाबाद के थाना मुरादनगर क्षेत्र के उखलारसी गांव में एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर परिजन और सगे संबंधी मृत व्यक्ति को दाह संस्कार के लिए श्मशान घाट लेकर पहुंचे थे। परिजन मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार कर ही रहे थे तभी श्मशान घाट की छत भरभरा कर गिर गई।