प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ओडिशा के संबलपुर में भारतीय प्रबंधन संस्थान के स्थाई कैम्पस की आधारशिला रखी। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि IIM के स्थाई कैंपस के बाद संबलपुर एक नए एजुकेशन हब के तौर पर उभरेगा, आईआईएम के छात्र छात्राओं के लिए संबलपुर के लोकल को वोकल बनाना एक अहम दायित्व है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के साथ ही ओडिशा के विकास को गति देने के लिए लोकल को ग्लोबल बनाने के लिए आप सभी साथियों को नए इनोवेटिव समाधान तलाशने होंगे। उन्होंने कहा कि साल 2014 तक देश में 13 आईआईएम थे जो अब 20 हो गये हैं। आज अवसर ज्यादा है तो चुनौतियां भी ज्यादा है।
इस कार्यक्रम में ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, धर्मेन्द्र प्रधान और प्रताप चंद सारंगी मौजूद रहे।
प्रस्तुत हैं पीएम मोदी के संबोधन के मुख्य अंश :
• आज IIM कैंपस के शिलान्यास के साथ ही ओडिशा के युवा सामर्थ्य को मजबूती देने वाली एक नई शिला भी रखी गई है। IIM का ये स्थायी कैंपस ओडिशा की महान संस्कृति और संसाधनों की पहचान के साथ ओड़िशा को मैंनेजमेंट जगत में नई पहचान देने वाला है।
• जब आपमें से अनेक साथी संबलपुरी टेक्सटाइल और कटक की फिलिगिरी कारीगरी को ग्लोबल पहचान दिलाने में अपने कौशल का इस्तेमाल करेंगे, यहां के टूरिज्म को बढ़ाने के लिए काम करेंगे, तो आत्मनिर्भर भारत अभियान के साथ ही ओड़िशा के विकास को भी नई गति मिलेगी।
• Work from anywhere के कॉन्सेप्ट से पूरी दुनिया ग्लोबल विलेज से ग्लोबल वर्कप्लेस में बदल गई है। भारत ने भी इसके लिए हर जरूरी रिफॉर्म्स बीते कुछ महीनों में तेजी से किये हैं। जितना आप देश की चुनौतियों और आवश्यकताओं को समझेंगे, उतने ही उत्कृष्ट प्रबंधक बन सकेंगे।
• वर्ष 2014 तक देश में रसोई गैस की कवरेज सिर्फ 55 फ़ीसदी थी। हमारी सरकार ने इसका स्थायी समाधान ढूंढने का निर्णय किया, जिसकी वजह से अब देश में रसोई गैस कवरेज 98 फ़ीसदी से ज्यादा है।
• इस दशक में ब्रांड इंडिया को पहचान दिलाने की जिम्मेदारी हम सब पर है, विशेष रूप से नौजवान साथियों पर।
• इस साल भारत ने कोविड संकट के बावजूद पिछले सालों की तुलना में ज्यादा यूनिकॉर्न दिए हैं।
• आपको समावेश पर भी जोर देना है, जो विकास के दौर में पीछे छूट गया है उसको भी साथ लेकर चलना है।
• देश के नए क्षेत्रों में नए अनुभव लेकर निकल रहे मैंनेजमेंट एक्सपर्ट भारत को नई ऊंचाई पर ले जाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे।
• IIM के स्थाई कैंपस के बाद संबलपुर एक नए एजुकेशन हब के तौर पर उभरेगा, आईआईएम के छात्र छात्राओं के लिए संबलपुर के लोकल को वोकल बनाना एक अहम दायित्व है।
• आत्मनिर्भर भारत अभियान के साथ ही ओडिशा के विकास को गति देने के लिए लोकल को ग्लोबल बनाने के लिए आप सभी साथियों को नए इनोवेटिव समाधान तलाशने होंगे।