लखनऊ | मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने प्रदेश में चल रहे एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। इन परियोजनाओं के चल रहे कार्यों की निरंतर समीक्षा करने को कहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 31 मार्च 2021 और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे काम काम 31 दिसंबर 2021 तक के तय लक्ष्य के मुताबिक पूरा करने को कहा।
मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में मंगलवार को प्रोजेक्ट मानीटरिंग ग्रुप की बैठक हुई। जिसमें बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे तथा गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण प्रगति की समीक्षा की गई।
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के बारे में बताया गा कि एक्सप्रेस-वे के माइल स्टोन-एक के निर्धारित लक्ष्य 10 प्रतिशत के सापेक्ष 10.93 प्रतिशत काम किया जा चुका है। माइल स्टोन-दो के लिए 15 फरवरी 2021 तक के निर्धारित लक्ष्य 35 प्रतिशत के सापेक्ष 27.20 प्रतिशत काम अभी पूरा कर लिया गया है। अब तक 242 कलवर्ट, 73 अंडरपास और पांच लघु सेतुओं के स्ट्रक्चर्स तैयार हो चुके हैं। लघु सेतुओं के निर्माण की प्रगति लक्ष्य के सापेक्ष 94.69 प्रतिशत है। इसी प्रकार मुख्य कैरिजवे में अंडरपास की प्रगति भी लक्ष्य के सापेक्ष 96.93 प्रतिशत है।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण के बारे में बताया गया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 31 मार्च, 2021 तक तथा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण 31 मार्च, 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए जून 2021 तक शत-प्रतिशत भूमि अर्जन की कार्यवाही पूरी कर ली जाएगी।