नई दिल्ली ( एजेंसी)। चीन अमेरिका के ह्यूस्टन तथा टेक्सस स्थित चीनी दूतावासों को बंद करने के आदेश पर बिलबिला गया है। उसने कड़ा एतराज जताते हुए चेतावनी दी कि वह इसका जवाब देगा क्योंकि वह इसे राजनीतिक उकसावे की कार्रवाई मानता है।
यहां स्थित चीनी दूतावास ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा, ‘हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं और ह्यूस्टन में चीन के वाणिज्यिक दूतावास को अचानक बंद करने के आदेश का दृढ़ता से विरोध करते हैं। हम अमेरिका से इस गलत फैसले को तत्काल वापस लेने की मांग करते हैं। अन्यथा चीन को इसका वैध और आवश्य कार्रवाइयों के जरिये इसका जवाब देना पड़ेगा। ‘
उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने ह्यूस्टन और टेक्सस स्थित चीन के मिशनों को जासूसी करने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार तक बंद करने का आदेश दिया है। इधर, अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम (एनडीएए) में संशोधन को सर्वसम्मति से पारित कर दिया है। इसमें गलवान घाटी में भारत के खिलाफ चीन की आक्रामकता और दक्षिण चीन सागर जैसे विवादित क्षेत्रों में तथा आसपास में चीन की बढ़ती क्षेत्रीय दबंगई पर निशाना साधा गया है। साथ ही कहा गया है कि चीन कोरोना के बहाने भारतीय क्षेत्र पर कब्जा करना चाहता था।