विशेष संवाददाता
देश के सभी प्रमुख हवाई अड्डे घरेलू उडाने शुरू होने ची बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं। लेकिन सवाल यह कि आगामी सोमवार से क्या उडान सेवा सभी राज्यों में निर्बाध रूप से हो सकेंगी ?
हालाकि कोरोना संकट की वजह से लॉकडाउन 4.0 में केंद्र सरकार ने 25 मई से घरेलू उड़ानों को शुरू करने का ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है। मगर इस बीच केंद्र सरकार के साथ चार गैर बीजेपी राज्यों के बीच घरेलू उड़ानों को लेकर अवरोध उत्पन्न हो गया है।

महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ ने अब तक इस फैसले पर अपनी रजमंदी नहीं दी है। वहीं बंगाल और तमिलनाडु ने भी इसको लेकर चिन्ता जतायी है। एक ओर जहां महाराष्ट्र ने अपने पुराने आदेश में अभी तक संशोधन नहीं किया है, वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ ने केंद्र से स्पष्ट जानकारी की मांग करने के साथ ही संक्रमण बढने का भी अंदेशा जाहिर किया है।
तमिलनाडु ने लाकडाउन 04 के 31 मई को समाप्त होने तक उडाने सेवा शुरू न करने के लिए कहा है। पश्चिम बंगाल सरकार का कहना है कि अम्फान तूफान के चलते कोलकाता हवाई अड्डे को काफी नुकसान पहुंचा है। इस लिए फिलहाल विमान सेवा 30 मई के बाद शुरू हो।

महाराष्ट्र ने लॉकडाउन नियमों में अब तक संशोधन नहीं किया
केंद्र ने भले ही 25 मई से घरेलू उड़ानों की बहाली की योजना बना ली हो । ममहाराष्ट में केवल कुछ खास तरह की उड़ानों को ही अनुमति दी गई है। राज्य सरकार ने 19 मई को कोरोना वायरस लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ाने का आदेश जारी किया था जिसके हिसाब से राज्य में यात्रियों की सभी घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय यात्रा तब तक प्रतिबंधित रहेगी। घरेलू मेडिकल सेवाएं, घरेलू एयर एंबुलेंस और सुरक्षा संबंधी उड़ानें अपवाद होंगी।

बघेल ने घरेलू उडान शुरू होने से संक्रमण फैलने की आशंका जताई

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल ने 25 मई से घरेलू उड़ान प्रारंभ करने के निर्णय के संबंध में नागर विमानन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी को पत्र लिखा है। बघेल ने लिखा है कि घरेलू उड़ान शुरू करने से संक्रमण फैलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 महामारी के रोकथाम तथा संक्रमण से बचाव की दृष्टि से नागर विमानन मंत्रालय को प्रभावी उपायों और दिशा-निर्देशों के अंतर्गत ही उड़ानें शुरू करनी चाहिए।

केन्द्रीय मंत्री को लिखे पत्र में बघेल ने कहा है कि विभिन्न प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के माध्यम से संज्ञान में आया है कि 25 मई से घरेलू उड़ान प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है और नागर विमानन मंत्रालय द्वारा यात्रियों के आवागमन के लिए अलग से कोई एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) भी जारी नहीं की गई है। बघेल ने अनुरोध किया है कि राज्यों को प्रत्येक उड़ान की जानकारी उपलब्ध कराई जाए, जिसमें उस राज्य में आने वाले यात्रियों का विस्तृत विवरण सम्मिलित हो।  अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने पत्र में उम्मीद जताई है कि इन सुझावों पर गंभीरता से विचार करते हुए सख्त और प्रभावी गाईडलाइन्स के साथ घरेलू उड़ान संचालन की कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी।

बंगाल और तमिलनाडु ने भी जाहिर की है चिंता

तमिलनाडु सरकार ने भी नागर विमान मंत्री से राज्य में 31 मई तक घरेलू विमानों के परिचालन पर रोक लगाने की मांग की है। माना जा रहा है कि तमिलनाडु में कोरोना वायरस की बढ़ती संख्या को लेकर ही सरकार ने केंद्र से यह गुहार लगाई है। ठीक इसी तरह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अम्फान की तबाही की वजह से राज्य में 30 मई तक घरेलू विमानों पर राज्य में रोक लगाने की मांग की है। क्योंकि अम्फान की वजह से कोलकाता एयरपोर्ट बुरी तरह प्रभावित हुआ है। ममता बनर्जी ने कहा कि वह इसके लिए केंद्र सरकार को एक पत्र भी लिखेंगी। इससे पहले वह 26 मई तक स्पेशल ट्रेन राज्य में न चलाने की गुहार लगा चुकी हैं।

अगस्त से पहले अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों के शुरू होने की उम्मीद

दिन में नागर विमानन मंत्री हरदीप पुरी ने फेसबुक लाइव सत्र में कहा कि भारत अगस्त से पहले ही अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को चालू करने का प्रयास करेगा। भारत में सभी अधिसूचित यात्री उड़ानें 25 मार्च से निलंबित हैं, जब लॉकडाउन की घोषणा की गयी थी।

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