मुम्बई के बांद्रा स्टेशन पर अपरान्ह हज़ारों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोग सरकार से घर भेजे जाने की मांग कर रहे थे। उन्होंने सरकार विरोधी नारे भी लगाए। सभी यूपी (up ) और बिहार (bihar ) के रहने वाले थे और उनका कहना था कि उन्हें परेशानी हो रही है। रोज़गार नही है और सरकार भी उनकी मदद नहीं कर रही है। असल में इन्हें आशा थी कि लॉक डाउन में आज कुछ ढील मिलेगी तो गांव निकल जाएंगे, पर अवधि बढ़ जाने से निराश हाथ लगी। मामला बिगड़ता देख पुलिस ( police) ने भीड़ पर लाठीचार्ज कर उन्हें बिखेर दिया।
अफवाह के कारण जमा हुए लोग
ऐसा बताया जा रहा है कि आस-पास की बस्तियों में अफवाह फैली कि बाहर के लोगों को घर भेजा जाएगा जिसके लिए बांद्रा रेलवे स्टेशन ( bandra railway station) से ट्रेन चलेगी। जिसके बाद वहां भारी संख्या में लोग इक्ट्ठे होने लगे। वहां जमा लोगों का कहना था कि या तो उन्हें घर भेजा जाए या फिर उनके लिए खाने का इंतेजाम किया जाए।
केंद्र मजदूरों को घर भेजने का फैसला नहीं ले सका : आदित्य ठाकरे
इस पूरी घटना पर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने ट्वीट ( tweet)कर केंद्र सरकार पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बांद्रा स्टेशन से मजदूरों को हटा दिया गया है। अभी हाल ही में सूरत में भी ऐसा ही हुआ था। केंद्र सरकार मजदूरों को घर भेजने का फैसला नहीं ले पाई है। वे लोग भोजन और आश्रय नहीं चाहते हैं, घर वापस जाना चाहते हैं।
समझ मे नही आता कि उत्तर प्रदेश सरकार ने महाराष्ट्र सरकार से कहा था कि आप सभी यूपी वालों के रहने और खाने का प्रबंध करें। समस्त खर्च वहन करेंगे। फिर इस तरह की लापरवाही उद्धव सरकार ने क्यों की ? वो कटघरे में है।