उत्तराखंड के चमोली जिले में जोशीमठ के पास शुक्रवार रात भारत-चीन सीमा पर नीती घाटी के सुमना में ग्लेशियर टूटने की घटना हुई है। जोशीमठ सेक्टर के सुमना क्षेत्र में भारी बर्फबारी के चलते एक बीआरओ कैंप में आए एवलांच में अब तक 384 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। वहीं 8 शव बरामद किए जा चुके हैं। 6 लोगों की हालत गंभीर हैं जिनका अभी इलाज चल रहा है। भारतीय सेना ने इसकी जानकारी दी।
वहीं मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शनिवार को नीती घाटी के सुमना का हवाई सर्वे किया। जहां शुक्रवार रात ग्लेशियर टूटा था। सीएम ने बीआरओ कैंप के पास ग्लेशियर टूटने के चलते शुक्रवार रात को ही अलर्ट जारी कर दिया था। रेस्क्यू के लिए भारतीय सेना के चीता हेलीकाप्टर सेना हेलीपैड जोशीमठ पहुंचे। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हवाई सर्वेक्षण के बाद बताया कि BRO अभी काम पर लगी हुई है लेकिन उनकी कनेक्टिविटी टूटी हुई है।
सेना, ITBP, एनडीआरएफ तैनात
सीएम ने ट्वीट करते हुए कहा कि बर्फ बहुत ज़्यादा गिरी है, बर्फ से कई जगह सड़कें ब्लॉक हैं। आसपास के गांवों और मवेशियों को कोई नुकसान नहीं हुआ है, केवल सड़क मार्ग पर नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह ने बताया कि सेना, ITBP, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, और जिला प्रशासन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से जुटे हैं। राहत और बचाव कार्य अभी भी तेजी से जारी है।