सागर (एजेंसी)। मध्य प्रदेश के सागर जिले में एक पिता ने अपने 12 साल के बच्चे को गेम खेलने से मना करते हुए उसका मोबाइल फोन ले लिया। इससे नाराज बच्चे ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि यह बच्चा चौथी कक्षा का छात्र था और वह अपने परिवार के साथ धाना गांव में रहता था। वहीं, बच्चे को खो चुके पिता ने सरकार से ऐसे गेम्स को बैन करने की अपील की है।
एएसपी विक्रम सिंह ने बताया कि बच्चे के माता-पिता ने बताया है कि उसे मोबाइल फोन पर गेम खेलने की लत लग गई थी। वह अपने मोबाइल पर फ्री फायर के नाम का गेम खोला करता था। उन्होंने इसके लिए अपने बच्चे को काफी मना भी किया। स्ट्रीट फूड वेंडर और बच्चे के पिता सिताराम पटेल ने सोमवार को भी अपने बच्चे को गेम खेलने के लिए मना किया। जब बच्चा नहीं माना तो उन्होंने मोबाइल फोन छीन लिया।
मोबाइल फोन लिए जाने से नाराज बच्चे ने तौलिए की मदद से फंदा लगाया और अपने रूम में लटककर जान दे दी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिस समय बच्चे ने आत्महत्या की, उस वक्त उसकी मां अन्य रूम में खाना बना रही थीं। एएसपी ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और मामला भी दर्ज कर लिया गया है।
पिता ने की सरकार से मोबाइल गेम बैन करने की अपील
वहीं, अपने 12 साल के बच्चे को खो चुके पिता ने सरकार से अपील की है। उन्होंने कहा है कि सरकार को ऐसे मोबाइल फोन वाले गेम्स पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए। उन्होंने, ”जब भी मैं अपने बच्चे को गेम खेलने से रोकता था, तो वह डिप्रेस हो जाता था। मैं नहीं चाहता कि ऐसी घटना फिर से किसी के साथ हो। इस वजह से मेरी सरकार से विनती है कि ऐसे गेम्स पर बैन लगाया जाएगा।”