Veteran lawyer, politician Ram Jethmalani death news: देश के सबसे प्रतिष्ठित वकीलों में शुमार राम जेठमलानी नहीं रहे। 95 साल की उम्र में दिल्ली स्थित आवास पर उनका निधन हो गया। जेठमलानी का वकालत में करियर करीब 7 दशक लंबा है। इस दौरान उन्होंने कई विवादास्पद मामलों में भी पैरवी की। 2017 में उन्होंने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था।
जेठमलानी सबसे ज्यादा फीस वसूलने वाले वकीलों में भी शुमार किए जाते थे। उन्होंने भ्रष्टाचार, हत्या और घोटाले के कुछ हाई प्रोफाइल आरोपियों तक का केस लड़ा। जेठमलानी ने पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के हत्यारों सतवंत सिंह और केहर सिंह का अदालत में बचाव किया। दोनों को मौत की सजा सुनाई गई थी।
इसके अलावा, उन्होंने राजीव गांधी के हत्यारे वी श्रीहरन (मुर्गन) के केस में भी पैरवी की थी। 2015 में जेठमलानी के एक बयान पर खासा विवाद भी हुआ था। उन्होंने कहा था कि एक सुसाइड हमले में पीएम और 18 अन्य लोगों की मौत ‘देश के खिलाफ अपराध’ नहीं है।
जेठमलानी ने भ्रष्टाचार और घोटाले के आरोपी कई राजनेताओं का भी केस लड़ा। 90 के दशक में उन्होंने बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का हवाला घोटाले में केस लड़ा। 2015 में जेठमलानी ने दावा किया कि उनकी वजह से ही आडवाणी को उस केस में जीत मिली।
जेठमलानी ने आरजेडी प्रमुख और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद के बचाव में चारा घोटाला मामले में भी पैरवी की। इसके अलावा, जयललिता पर लगे आय से अधिक संपत्ति के केस, डीएमके नेता कनिमोई से जुड़े 2जी स्कैम और बीजेपी सीएम येदियुरप्पा के अवैध माइनिंग केस में भी पैरवी की।
साभार : जनसत्ता