नई दिल्ली/मुंबई: महाराष्ट्र में चुनाव नतीजों के 28 दिन बाद सरकार बनाने की तस्वीर साफ होती दिख रही है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने राज्य में सरकार बनने पर अपनी मुहर लगा दी है। आज सुबह सोनिया गांधी की अगुवाई में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के बारे में बताया गया, जिसको सोनिया गांधी की तरफ से हरी झंडी मिल गई है। वहीं खबर ये भी है कि राज्य में शिवसेना का मुख्यमंत्री पूरे 5 साल के लिए होगा। जबकि एनसीपी और कांग्रेस को उप मुख्यमंत्री पद मिलेगा।
अपनी विचारधारा से कोई समझौता नहीं करेगी कांग्रेस
कांग्रेस के सूत्रों की माने तो काफी सारे मुद्दों पर आम सहमति बन चुकी है। सीडब्लूसी की बैठक में तय हुआ है कि कांग्रेस अपनी विचारधारा से कोई समझौता नहीं करेगी। इतना ही नहीं विवादित मुद्दों को ना शिवसेना उठाएगी और ना ही कांग्रेस-एनसीपी। कॉमन मिनिनम प्रोग्राम का ढांचा तैयार किया गया है, इस पर सोनिया गांधी की मुहर लग गई है। हालांकि कांग्रेस के उपमुख्यमंत्री का फैसला सोनिया गांधी पर छोड़ा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र सरकार के गठन से पहले एक ड्राफ्ट भी तैयार किया गया है. इस ड्राफ्ट में किसान और अर्थव्यवस्था पर ज़्यादा ज़ोर दिया गया है। महाराष्ट्र की नई सरकार किसान, छोटे वर्कर, उद्योग, छोटे दुकानदार, छोटे उद्योग का विशेष ध्यान रखेगी. इसके अलावा निर्यात, आदीवासी और दलितों का विशेष ध्यान रखने के लिए भी कांग्रेस ने सरकार बनने से पहले ड्राफ्ट में ज़ोर दिया है। महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार सभी क्षेत्रों का बराबर विकास और सूखे से प्रभावित इलाक़ों पर ज्यादा फोकस करेगी।
गठबंधन का नाम महा विकास गठबंधन होगा
सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी सहित छोटे दलों का जो गठबंधन बनेगा, उसका नाम महाशिव गठबंधन नहीं बल्कि महाराष्ट्र विकाश आघाड़ी यानी महा विकास गठबंधन होगा। आज दोपहर तीन बजे शरद पवार के घर एनसीपी और कांग्रेस की बैठक होने वाली है। इस बैठक में वही नेता मौजूद होंगे जो कल शाम हुई बैठक में मौजूद थे।
शनिवार को सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं तीनों पार्टियों के नेता
वहीं, ये भी बताया जा रहा है कि कल मुंबई के वाई बी चव्हाण सेंटर में शिवसेना-कांग्रेस और एनसीपी नेताओं की बैठक होगी। इस बैठक में नेताओं के पोर्टफोलियो बंटवारे पर बातचीत होगी। वहीं, कॉमन मिनिमम प्रोग्राम की जानकारी शिवसेना से साझा होगी। सब कुछ सही रहा तो शनिवार को तीनो पार्टीयों के नेता राज्यपाल से मिलेंगे और सरकार बनाने का दावा करेंगे।