मुम्बई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्टों में से एक बुलेट ट्रेन परियोजना में शिवसेना अड़ंगा लगा सकती है। करीब एक हफ्ते तक महाराष्ट्र में चले ड्रामे के बाद जिस गठबंधन ने यहां अपनी सरकार बनाई है वो मुंबई के आरे कॉलोनी में होने वाले पेड़ों की कटाई पर भी एक्शन लेती दिख सकती हैं। शिवसेना के प्रवक्ता मनीषा कायनाडे ने एक चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि इन सभी मुद्दों के बजाए नई सरकार किसानों की स्थिति सुधारने पर ज्यादा जोर देगी।

कायनाडे ने बताया कि ‘उद्धव ठाकरे ने कहा है कि सरकार लोगों के लिए काम करेगी… Mumbai Metro Rail Corporation Limited के प्रोजेक्ट के लिए हालांकि कई पेड़ों को काटा जा चुका है। लेकिन अब इसके आगे एक भी पेड़ नहीं काटा जाएगा।’

कायनाडे ने Nanar oil refinery के मुद्दे पर भी बातचीत करते हुए कहा कि इस प्रोजेक्ट से कुछ भी नहीं बदला। इसलिए इस प्रोजेक्ट को बंद किया जाएगा…और जहां तक बुलेट ट्रेन की बात है तो हमलोगों ने पहले ही तय कर लिया है कि अगर बुलेट ट्रेन की वजह से कई लोगों को नुकसान पहुंचता है तो फिर इस प्रोजेक्ट का कोई मतलब नहीं है।’

शिवसेना के एक विधायक दीपक केसारकर ने कहा कि ‘हमारी प्राथमिकता किसान हैं…निजी तौर पर मुझे बुलेट ट्रेन की जरुरत महसूस नहीं होती।’ चैनल से बातचीत करते हुए कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि ‘अगर यह प्रोजेक्टर चलता है तो इसका पूरा खर्च केंद्र सरकार को उठाना होगा…महाराष्ट्र सरकार बुलेट ट्रेन पर कुछ भी खर्च नहीं करेगी।’ न्यूज एजेंसी IANS ने एनसीपी सूत्रों के हवाले से लिखा है कि महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार केंद्र को यह बताएगी कि वो इस प्रोजेक्ट के लिए पैसे नहीं देगी।

आपको बता दें कि विपक्ष की मांग पर राज्य के राज्यपाल ने बीते शनिवार को किसानों के लिए बड़ी राहत का ऐलान करते हुए अंतरिम राहत कार्यक्रम का ऐलान किया लेकिन विपक्ष ने किसानों के लिए 25,000 रुपए प्रति हेक्टेयर मुआवजे की मांग की है। आरे कॉलोनी में पेड़ों को काटे जाने और नानर रिफायनरी प्रोजेक्ट को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच पहले भी तकरार देखने को मिली थी।

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