कहा- मिसाइल से कर देंगे हमला
मंत्री गंदापुर का एक गंदा बयान
लगता है कि पाकिस्तान की बौखलाहट पागलपन की हद पार कर चुकी है। इसलिए ही शायद उसके जिम्मेदार पद पर काबिज निर्वाचित प्रतिनिधि तक अनाप शनाप बयान देने से गुरेज नहीं कर रहे हैं ।
बताने की जरूरत नहीं कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से पाकिस्तान और भारत के बीच रिश्ते खतरनाक स्तर तक बिगड़ चुके हैं। पाकिस्तान शुरू से कश्मीर मुद्दे पर विरोध कर रहा है । इस मुद्दे को उसने यूएन में भी उठाया लेकिन उसे कहीं से कोई कामयाबी नहीं मिली है।
पाकिस्तान की सरकार और उनके मंत्री आए दिन कश्मीर को लेकर विवादित बयान देते रहते हैं। हालही में ऐसा ही एक और विवादित गंदा बयान कश्मीर और गिलगिट बालटिस्तान मामले के मंत्री अली अमीन गंदापुर ने दिया है। गंदापुर ने गीदड़ भभकी देते हुए कश्मीर पर भारत का समर्थन करने वाले सभी देशों तक को धमकी दे डाली है।
अमीन गंदापुर ने कहा कि जो भी देश कश्मीर मुद्दे पर भारत का समर्थन करेंगे उनपर पाकिस्तान मिसाइल से हमला कर देगा।
उन्होंने कहा कि अगर कश्मीर के मसले पर भारत के साथ तनाव बढ़ता है तो पाकिस्तान युद्ध में जाने को तैयार बैठा है। ऐसे में जो देश कश्मीर मुद्दे पर भारत का साथ दे रहे हैं वे हमारे लिए दुश्मन हैं। हम भारत के साथ-साथ इन देशों पर भी मिसाइल दागेंगे। गंदापुर के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान की तरफ से इस तरह का कोई बयान आया हो। अगस्त में अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स में लिखे अपने लेख में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि अगर दुनिया कश्मीर के मुद्दे को नजरअंदाज करती है तो दोनों देश सैन्य लड़ाई के करीब पहुंच जाएंगे।
उनके कई मंत्री परमाणु हमले तक की धमकी भी दे चुके हैं। रेलवे मंत्री राशिद ने तो यहाँ तक धमकी दे डाली थी हालिया दिनों मे कि नवम्बर मे पाकिस्तान जंग के लिए तैयार है और उसके पास आधा पाव ( 100 ग्राम ) और पाव भर ( 200 ग्राम) वजन के स्मार्ट बम हैं। उनसे एक शहर तबाह हो सकता है।
इमरान ने हाल ही में कहा था कि कश्मीर मुद्दे को लेकर अब भारत से कोई बातचीत नहीं होगी। पाक प्रधानमंत्री ने देश के दौरे पर आए अमेरिकी कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल से कहा था कि भारत के साथ अब वार्ता नहीं हो सकती। इमरान खान ने कहा था कि वह भारत-पाकिस्तान वार्ता के सबसे बड़े समर्थक थे लेकिन. कश्मीर में जब तक स्थिति बेहतर नहीं होती यह असंभव है। इमरान खान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कश्मीरी लोगों के अधिकारों के लिए अपनी आवाज उठानी चाहिए।