विशेष संवाददाता
वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत पंडित कुलपति तिवारी ने मन्दिर से जुड़ी परम्पराओं को यथावत बनाए रखने के लिए बाबा की पँचबदन प्रतिमा, देवी पार्वती के विग्रह, बाबा की रजत पालकी आदि रखने के लिए कॉरिडोर एरिया में ही स्थान मांगा है। उनका कहना है कि काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र की भौतिक अवस्था में चाहे कितने भी बदलाव कर दिए जाएं किंतु परम्पराओं के पालन में हमें कोई परिवर्तन मान्य नहीं है। रंगभरी एकादशी और महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा के पंचबदन स्वरूप का श्रृंगार महंत आवास पर किया जाता है। महाशिवरात्रि पर देवी पार्वती की रजत प्रतिमा भी प्रतिष्ठित की जाती है। भगवान शिव के पंचमुखी विग्रह देवी पार्वती के रजत विग्रह को मन्दिर तक ले जाने के लिए रजत पालकी ही प्रयुक्त है। वहीं सावन में चौथे सोमवार को बाबा के पंचबदन स्वरूप का श्रृंगार मंदिर के गर्भगृह में जाता है।