मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सूर्य के उत्तरायण होने के तत्काल बाद बुद्ध की महानिर्वाण स्थली में आरम्भ हुई रामकथा भारत विजय का प्रतीक बनेगी। कोरोना पर भारत विजन प्रप्त करने की ओर अग्रसर है। दुनिया के तमाम समृद्ध देश इस महामारी में आर्थिक रूप से त्रस्त है मगर भारत दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ चला है।
मुख्यमंत्री बुधवार को कुशीनगर में आयोजित मोरारी बापू के रामकथा में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने बुद्ध की धरती पर मोरारी बापू के स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश भारत का स्थल है। यह धर्म और अध्यात्म की धरती है। राम और कृष्ण की जन्म व लीला स्थली, बाबा विश्वनाथ व गंगा जमुना की संगम स्थली है। प्रयागराज में दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन होता है। कुशीनगर भाग्यशाली है कि यहा भगवान बुद्ध ने जीवन के अंतिम समय बिताए। देवत्व प्राप्ति का सहज मार्ग राम का नाम है। बुद्ध और राम ने जीने की राह दिखाई।
अब जब प्रयागराज में माघ मेला व हरिद्वार में कुंभ मेला प्रारम्भ होना है तब मोरारी बापू अहिंसा व सत्य का राह दिखाने वाली बुद्ध की धरती पर रामकथा लेकर आए है। यह कथा भारत विजय के साथ लोक कल्याण का प्रतीक बनेगी। हम न केवल भारत की 135 करोड़ जनता को सुरक्षित करेगें वरन मित्र देशों को अपनी स्वदेशी वेक्सीन देकर उन्हें भी सुरक्षित करेगें। अभी जब भारत मे ब्राजील को स्वदेशी वेक्सीन भेजी है तब वहा की सरकार ने इसे हनुमान जी की संजीवनी बूटी की संज्ञा दी है। उन्होंने राम व रामायण की महत्ता बताते हुए खासतौर से थाईलैंड का जिक्र किया और कहा की वहा कण कण में राम व बुद्ध रचे बसे है। शौभाग्य की बात है कि अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनने वाला है।
इसका भारत को पच सौ वर्षों से इंतजार था। हमने कभी जाती मजहब या भेदभाव की बात नही कही बल्कि बसुधैव कुटुम्बकम की बात कही और अपने कर्मो से उसे साकार किया। मगर दुर्भाग्य है कि कुछ लोगो ने हमे ही साम्प्रदायिक कहा। इस दौरान यूपी सरकार के मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सांसद विजय दुबे, बिधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी, जटाशंकर त्रिपाठी, पवन केडिया, जगदीश मिश्र उर्फ बाल्टी बाबा, जिलाध्यक्ष प्रेमचंद मिश्र आदि उपस्थित रहे।