नई दिल्ली। जनता के इस सकारात्मक रुख के बाद भी आम आदमी पार्टी आठ सीटें क्यों हार गई, इस पर पार्टी में मंथन शुरू हो गया है। समीक्षा बैठक में केजरीवाल ने पदाधिकारियों व वालेंटियर्स को निर्देश दिया कि जहां पराजय हुई है वहां के लोगों से हर वक्त सम्पर्क में रहें और उनकी परेशानियों को हल करने की पूरी कोशिश करें। जनता से और करीबी संबंध स्थापित किए जाए।
मुख्यमंत्री आवास पर हुई समीक्षा बैठक में पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता और प्रत्याशी मौजूद थे। इस दौरान प्रत्याशियों से हार के कारणों को विस्तार से जाना गया। सभी ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि इतना काम करने के बाद भी आप 8 सीटों पर कैसे हार मिली। जिन सीटों पर बहुत कम अंतर से हार हुई, उन पर विशेष बात हुई जिसमें लक्ष्मी नगर सबसे महत्वपूर्ण है। जहां पार्टी आठ सौ वोट से हार गई। ‘आप’ बदरपुर, रोहिणी के अलावा यमुनापार की भी छह सीटें हार गई है। लक्ष्मीनगर, गांधी नगर, विश्वास नगर, रोहतास नगर करावल नगर व घोंडा शामिल हैं। इनमें से तीन सीटों पर आप के विधायक थे जो फिर से चुनाव लड़े और हार गए। इसमें घोंडा से श्रीदत्त शर्मा, लक्ष्मी नगर से नितिन त्यागी व रोहतास नगर से सरिता सिंह हैं।