पिछद दो वर्षो से कोविड- 19 के हमलों से जूझ रहा देश इसको हराने में निश्चित तौर पर सफल हो जाएगा। लेकिन इससे भी बड़ी समस्या राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर है। खतरा देश के अंदर और बाहर दोनो स्तर पर है। सीमाओं पर दुनिया की नंबर एक दुर्जेय भारतीय फौज दुश्मनों के दांत खट्टे करने के लिए 24×7 सजग है। सवाल अन्दरूनी सुरक्षा का है जो सबसे बडा खतरा बन कर इन दिनों क्षितिज पर उभरा है। आतंकी खालिस्तान संगठन को राजनीतिक समर्थन, चीन और पाकिस्तान की आईएसआई की कारगुजारियों ने आम आदमी की पेशानी पर बल डाल दिए हैं।
विपक्षी राजनीतिक विरोध करते करते मोदी और देश हित के खिलाफ ओछी हरकत पर उतर आए हैं।
ऐसे में आज सबसे गुरुतर जिम्मेदारी देश की युवा शक्ति के कंधों पर है। बताने की जरूरत नहीं कि देश मे 18 से 35 वर्ष के बीच के युवाओं की आबादी के लिहाज से हिस्सेदारी 65 फीसदी है। ये युवा यंग इंडिया का वर्तमान और भविष्य दोनो हैं। उनको बचाना है देश को आतंकवाद, कट्टरवाद और देश विरोधी ताकतों से।
आगामी रविवार 16 जनवरी को सुबह 11 बजे एबी फाउंडेशन ने “राष्ट्रीय सुरक्षा और युवाओं का अंशदान” विषय पर वेबिनार का आयोजन किया है। इसमें भाग ले रहे हैं केन्द्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह, लेफिनेंट जनरल वी के चतुर्वेदी, मेजर जनरल राजेश सहाय और कुलाधिपति एस पी सिंह।
आप सभी, विशेष तौर पर देश का युवा वर्ग इस वेबिनार के लिए आमंत्रित है।