विशेष संवाददाता
एआईएमआईएम विधायक इस्माइल के बिगड़े बोल
अब महाराष्ट्र के मालेगांव में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन के विधायक मोहम्मद इस्माइल का एक विवादित वीडियो सामने आया है जिसमें वे मंच पर खड़े होकर कह रहे हैं, ” शहर में गोली चलने की वारदातें होती हैं लेकिन एफआईआर नहीं लिखी जाती, ऐसा क्यों? अगर बात हम पर आती है तो पुलिस विभाग ये बात जान ले कि हम शांति बनाए रखना जानते हैं तो शांति भंग करना भी जानते हैं। हमने कोई चूड़ियां नहीं पहना रखीं”।
विधायक इस्माइल ने कहा, “यह बात मैंने अपने शहर के संदर्भ में कही है, इसका महाराष्ट्र या भारत से कोई संबंध नहीं है। मैं यह उस गोलीबारी के बारे कह रहा हूं जो एआईएमआईएम के रिजवान खान के घर पर हुई। इस संदर्भ में मैंने कहा है कि हम शांति बनाए रखने में पुलिस की मदद करेंगे लेकिन अगर हमें रोका गया तो शांति भंग होगी ही”।
ओवैसी ने दिल्ली दंगों को ‘लक्षित संगठित हिंसा’ करार दिया
इस बीच एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली में हुए दंगों को ”लक्षित संगठित हिंसा” करार देते हुए रविवार को कहा कि इसके लिए भाजपा सरकार ज़िम्मेदार है। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित इलाकों का दौरा करने की अपील की। एआईएमआईएम के 62वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने दोहराया कि भाजपा नेताओं के भाषण की वजह से हिंसा हुई। उन्होंने आरोप लगाया, ”पूरी योजना और तैयारी के साथ सांप्रदायिक हिंसा हुई। नफरत का माहौल पैदा किया गया। इसे सांप्रदायिक हिंसा नहीं कहा जाना चाहिए बल्कि यह तबाही है।”