अमेरिकी सैनिकों की वापसी से पहले अफगानिस्तान में बढ़ती हिंसा के बीच चीन ने अपने नागरिकों से तत्काल युद्धग्रस्त देश छोड़ने को कहा है। चीन ने अपने नागरिकों को यह परामर्श ऐसे समय दिया है जब हाल के सप्ताह में अफगान सुरक्षाबलों तथा तालिबान के बीच हिंसा और अधिक भड़क गई है तथा आतंकवादियों ने देश के कई नए जिलों पर कब्जा कर लिया है।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की खबर के अनुसार अफगानिस्तान स्थित चीनी दूतावास ने चीनी नागरिकों से कहा है कि अमेरिका और नाटो के सैनिकों की वापसी से पहले तालिबान के नए क्षेत्रों पर कब्जा कर लेने के मद्देनजर वे तत्काल युद्धग्रस्त देश को छोड़ दें।
दूतावास ने चीनी नागरिकों और संगठनों से कहा है कि क्योंकि स्थिति बिगड़ रही है, इसलिए वे अतिरिक्त सतर्कता बरतें और आपातकालीन तैयारी मजबूत करें। उल्लेखनीय है कि अमेरिका और तालिबान के बीच 29 फरवरी 2020 को दोहा में हुए समझौते के अनुरूप अंतरराष्ट्रीय सैनिकों को सितंबर तक अफगानिस्तान से वापसी करनी है।